Harsha Engineers IPO आखिरी दिन 74 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब, हो सकती है मजबूत लिस्टिंग, देखिए GMP

 हर्ष इंजीनियर्स का आईपीओ खुलने के पहले ही दिन पूरा सब्सक्राइब हो गया था.

हर्ष इंजीनियर्स का आईपीओ खुलने के पहले ही दिन पूरा सब्सक्राइब हो गया था.

मुंबई. भारतीय शेयर बाजार में हालात सुधरने के बाद आईपीओ मार्केट में भी तेजी दिख रही है. होल्ड हो चुके तमाम आईपीओ फिर से मार्केट में आने के लिए तैयार हैं. साथ ही निवेशक भी आईपीओ में पैसा लगा रहे हैं. इसी कड़ी में हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल के आईपीओ को निवेशकों की तरफ से जोरदार रिस्पॉन्स मिला है. संस्थागत खरीदारों की भारी मांग के चलते शुक्रवार को यह आईपीओ के आखिरी दिन 74.70 गुना सब्सक्राइब हुआ.

एनएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, आइपीओ के लिए 1.68 करोड़ शेयरों की पेशकश पर 125.96 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं. पात्र संस्थागत खरीदार (क्यूआईबी) खंड में सबसे अधिक 178.26 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जबकि गैर-संस्थागत निवेशक श्रेणी में 71.32 गुना सब्सक्राइब हुआ. वहीं खुदरा व्यक्तिगत निवेशक (आरआईआई) खंड को 17.63 गुना सब्सक्रिप्शन मिला.

पहले ही दिन ही पूरा सब्सक्राइब
हर्ष इंजीनियर्स का आईपीओ खुलने के पहले ही दिन पूरा सब्सक्राइब हो गया था. इस इश्यू में 455 करोड़ रुपये तक के नये शेयर जारी किये जायेंगे. इसके अलावा कंपनी के मौजूदा शेयरधारक 300 करोड़ रुपये तक की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लेकर आए हैं. कंपनी के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 314-330 रुपए प्रति शेयर रखा गया था.

हर्ष इंजीनियर्स का इश्‍यू 14 सितंबर को खुला था, निवेशक इसके शेयरों के लिए 16 सितंबर तक बिड लगा सकते थे. अहमदाबाद की कंपनी का यह आईपीओ लाने का दूसरा प्रयास है. हर्ष इंजीनियरिंग ने अगस्त, 2018 में सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर जमा कराए थे.

ग्रे मार्केट में प्रीमियम बढ़ रहा
मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ग्रे मार्केट में हर्ष इंजीनियर्स आईपीओ के शेयरों को तगड़ा रिस्‍पॉन्‍स मिल रहा है. हर्ष इंजीनियर्स का शेयर 232 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं. इसे शुरू से ही ग्रे-मार्केट में अच्छा प्रीमियम मिल रहा है. जानकारों का कहना है कि इस आईपीओ की मार्केट मे अच्छी लिस्टिंग हो सकती है. कंपनी के शेयरों के एनएसई और बीएसई पर 26 सितंबर को लिस्‍ट होने की संभावना है.

हर्ष इंजीनियर्स कंपनी की प्रोफाइल
हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल की स्‍थापना 1986 में हुई थी. कंपनी के गुजरात में तीन तथा चीन और रोमानिया में एक-एक निर्माण संयंत्र हैं. यह ऑटोमोटिव, एविएशन और एयरोस्पेस, रेलवे, कंस्ट्रक्शन माइनिंग तथा कई अन्‍य इंडस्ट्रियल सेक्टर्स के लिए इंजीनियरिंग प्रोडक्‍ट्स बनाने वाली कंपनी है.