नई दिल्ली. भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने कई खातों को फ्रीज कर दिया है. जिन ग्राहकों का खाता बंद हुआ है वे किसी तरह का ट्रांजैक्शन नहीं कर पाएंगे. अगर किसी ग्राहक का सैलरी अकाउंट एसबीआई के साथ है तो वे अपना वेतन भी फिलहाल नहीं निकाल पाएंगे. बता दें कि बैंक ने ऐसा उन खातों के साथ किया है जिनका केवाईसी (नो योर कस्टमर) पूरा नहीं है. कई ग्राहकों ने सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट बंद होने के बारे में पोस्ट डाली है.
बैंक ने जुलाई में कई बड़े नियमों में बदलाव किए गए हैं. बैंक ने नियमों में बदलाव के तहत खातों के लिए ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है. बैंक ने पहले भी जुलाई में बिना KYC वाले खातों को फ्रीज करने की बात कही थी. इससे पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बैंकों ने यह दिशा निर्देश दिए थे कि वह जल्द से जल्द सभी खातों का केवाईसी कराएं. दरअसल, लगातार बढ़ रहे बैंकिंग फ्रॉड के मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. अगर आपका भी खाता फ्रीज हुआ है तो आइये जानते हैं, कैसे आप इसे अनफ्रीज कर सकते हैं.
कैसे करें खाता अनफ्रीज?
आप केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा कर अपना बैंक अकाउंट अनफ्रीज कर सकते हैं. केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करने के लिए आपके पास पैन कार्ड और आधार कार्ड की कॉपी होना चाहिए. इन दस्तावेजों के साथ आपको बैंक में जाकर एक केवाईसी फॉर्म फिल करना होगा. इसके साथ ही आपको अपना पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ भी जमा करना होगा. इसके बाद आपकी केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. अगर आपका केवाईसी पूरा नहीं होता है तो बैंक आपका खाता शुरू नहीं करेगा.
बिना किसी सूचना के अकाउंट फ्रीज
बैंक के ग्राहकों का कहना है कि बिना किसी सूचना के उनके अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं. यह कई लोगों की सैलरी आने का समय होता है और उन्हें अकाउंट फ्रीज होने के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, बैंक का कहना है कि उसने ग्राहकों को सूचित किया था और जिनकी केवाईसी पूरी नहीं थी उन्हें लेटर भी भेजे थे. गौरतलब है कि विभिन्न रिस्क जोन वाले ग्राहकों के लिए केवआईसी का अंतराल अलग-अलग है. अत्यधिक जोखिम वाले अकाउंट को हर 2 साल में 1 बार केवाईसी करानी होती है. वहीं, मध्यम जोखिम वाले खातों को 8 साल में एक बार और कम जोखिम वाले खातों को 10 साल में एक बार केवाईसी करानी होती है.