सिर पर टोपी और लंबी दाढ़ी…व्रत वालों को अपनी दुकान पर फ्री में जूस पिलाते हैं शब्बीर

अलीगढ़. देश और प्रदेश में शारदीय नवरात्र और दशहरे को लेकर हर कोई अपने-अपने तरीके से माता की सेवा में लगा हुआ है. वैसे तो अमूमन लोग व्रत रखते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो बिना व्रत के भी माता के प्रति श्रद्धा भाव रखते हुए लोगों की सेवा कर संतुष्टि प्राप्त करते हैं.

AMU की मौलाना आजाद लाइब्रेरी की कैंटीन के पास जूस कॉर्नर चलाने वाले मोहम्मद शब्बीर भी उन्हीं लोगों में से एक हैं. दरअसल लाइब्रेरी में हर दिन कई स्टूडेंट्स पढ़ाई के लिए आते हैं. उसमें कुछ ऐसे भी होते हैं, जो माता के लिए व्रत रखे होते हैं. ऐसे में जब ये छात्र जूस मंगवाते हैं तो मोहम्मद शब्बीर थर्माकोल के गिलास में जूस लेकर जाते हैं और पिलाते हैं. सबसे खास बात यह है कि शब्बीर व्रत करनेवाले छात्रों से जूस का पैसा नहीं लेते हैं.

32 साल से चला रहे हैं जूस कॉर्नर

NEWS18 LOCAL से मोहम्मद शब्बीर बताते हैं कि वे 32 साल से जूस कॉर्नर चला रहे हैं. उनके लिए सभी धर्म मायने रखता है. ऐसे में व्रत रखनेवाले छात्रों की सेवा कर उन्हें काफी सुकून मिलता है. वे अपने दिन की शुरुआत नमाज से करते हैं. फिर सुबह 8 बजे तक जूस कॉर्नर पर पहुंच जाते हैं और देर शाम तक जूस बेचते हैं. इनके यहां मौसम के हिसाब से फलों का जूस मिलता है. किस्मों की बात की जाए तो यहां वेजिटेबल, फ्रूट शेक, मौसमी, तरबूज, पाइनएप्पल, मैंगो शेक, मिक्स फ्रूट जूस आदि हैं. वर्तमान स्थिति में विद्यार्थी सबसे ज्याद मिक्स जूस और मौसमी जूस की मांग करते हैं. इसके लिए छात्र-छात्राएं पूरे दिन लाइन लगाए रहते हैं. परिसर में तमाम मुद्दों पर छात्र-छात्राएं यहीं आकर चर्चा भी करते हैं.

क्यों पिलाते हैं फ्री में जूस

मोहम्मद शब्बीर बताते हैं कि यूनिवर्सिटी में मेरी पहचान विद्यार्थियों की वजह से ही बनी हुई है. मैं इन्हें हिंदू-मुस्लिम की नजर से नहीं देखता. मेरे लिए सभी पढ़ाई करने वाले हैं. नवरात्र में जो हिंदू विद्यार्थी व्रत रखते हैं उनसे पैसे लेने की इजाजत मेरा जमीर मुझे नहीं देता. दिन में 15 से 20 हिंदू विद्यार्थियों को जूस पिला देता हूं, इससे बड़ी खुशी मिलती है. इतना ही नहीं, व्रत न रखे हुए किसी स्टूडेंट के पास यदि पैसे नहीं होते हैं तो भी जूस पिला देते हैं. वहीं कई बार तो छात्र शब्बीर से पैसे तक उधार लेते हैं और कहते हैं कि जब नौकरी मिल जाएगी तो लौटा देंगे. शब्बीर का यही स्वभाव लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है.