एक इंसान जाते-जाते भी अंगदान के ज़रिए दूसरों की जान बचा सकता है. केरल के चालाकुडी (Chalakudy, Kerala) के गोपा कुमार की बीते 11 जुलाई को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई, लेकिन वो जाने के बाद भी कई लोगों का भला कर गए.
जाते-जाते दे गए कई लोगों को ज़िन्दगी
गोपा कुमार तो इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन जाते-जाते वे कई लोगों को नई ज़िन्दगी दे गए. The New Indian Express की एक रिपोर्ट के अनुसार, गोपा कुमार की एक किडनी राजागिरी अस्पताल, कोच्चि में मल्लपूरम के एक शख्स को दान की गई. उनकी दूसरी किडनी कोट्टायम मेडिकल कॉेलज अस्पताल के मरीज़ को दान की गई.
हार्ट, लिवर और कॉर्निया भी किया गया दान
गोपा कुमार के हार्ट, लिवर और कॉर्नियाज़ को भी कोच्चि के तीन प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा रहे मरीज़ों को दी गई. राजागिरी अस्पताल के हेड ऑफ यूरोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ बाला गोपाल नायर ने ऑर्गन हारवेस्टिंग की.
गोपा कुमार के परिवार के निर्णय की जितनी तारीफ़ की जाए कम है.