चलती बस में बिगड़ी तबीयत, मौत से पहले 40 को नवजीवन दे गया HRTC चालक सोहन लाल

हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) मंडी डिपो में तैनात चालक सोहन लाल ने संसार छोड़ने से पहले कई लोगों की जान बचा ली। हालांकि चालक की खुद की जान तो नहीं बची, लेकिन सूझबूझ का परिचय देते हुए 40 लोगों को नवजीवन दे गया। मृतक सोहन लाल (37) पुत्र गंगाराम गांव ददोह सराज के रहने वाले थे, और मंडी डिपो में बतौर चालक अपनी सेवाएं दे रहे थे।

दरअसल, मंडी से सराची जा रही बस जब बागा चनोगी नामक स्थान पर पहुंची, तो अचानक चालक की तबीयत ख़राब होने लगी। चालक ने परिचालक से कहा कि बाजू में कुछ दर्द हो रही है, यहां पर चाय पी लें, फिर आगे चलते हैं। जैसे ही सोहनलाल चालक सीट से नीचे उतरा उसकी टांगे लड़खड़ाने लगी। परिचालक सोनू को पकड़कर चाय की दुकान पर ले गया। बिगड़ती हालत को देखकर उसे साथ लगते प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां पर प्राथमिक चिकित्सा देकर डॉक्टर ने उसे मंडी के लिए रैफर कर दिया।

श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक ले जाते समय चालक ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। चालक अगर समय से बस को नहीं रोकता तो एक बड़ा हादसा भी पेश आ सकता था। थुनाग से सराची का रास्ता ढांक भरा है। चालक जिंदगी के आखिरी क्षणों में भी लगभग 40 लोगों से भरी बस को ठिकाने पहुंचाकर खुद जिंदगी की जंग हार गया। चालक की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है।

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सोहनलाल अपने पीछे तीन मासूम बेटियां पत्नी माता-पिता छोड़कर गया है। मिलनसार और हंसमुख किस्म के इंसान सोहनलाल की मौत से  पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।  पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर जयराम,नाचन के विधायक विनोद कुमार, कांग्रेस प्रत्याशी रहे ठाकुर चेतराम जगदीश ठाकुर, हरीश ठाकुर ने शोक व्यक्त किया है।

HRTC बस में ही घर पहुंचाया चालक का शव 

मौत के बाद चालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए नेरचौक मेडिकल कॉलेज लाया गया था। पोस्टमार्टम के बाद शव को एम्बुलेंस या शव वाहन में नहीं, बल्कि एचआरटीसी बस में रखकर घर पहुंचाया गया। HRTC यूनियन के साथियों ने ताबूत बनाकर चालक के शव को घर तक पहुंचाया। परिचालक यूनियन मंडी निगम प्रबंधन और प्रदेश सरकार से उनके परिवार की हर संभव मदद करने का आग्रह किया है।

इस बारे में क्षेत्रीय प्रबंधक हिमाचल पथ परिवहन निगम मंडी पीयूष शर्मा ने कहा कि चालक सोहनलाल मिलनसार व मेहनती चालक था। सोहन की अचानक मौत से सभी दुखी हैं। डिपार्टमेंट की तरफ से फौरी राहत के तौर पर परिवार को 20 हजार रुपए व वेलफेयर सोसायटी की तरफ से 25 हजार की राशि परिवार को दी गई हैं। संघ की तरफ से भी सहयोग राशि इकट्ठी की जा रही है। उनके जो भी आगे बकाया राशि है उनकी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सरकार की तरफ से उनके परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दी जाएगी, जिसकी कार्रवाई नियमानुसार जल्दी शुरू कर दी जाएगी।