राजनीति के इस दौर में जहां एक तरफ नेतागण पद की लालसा को लेकर कार्य करते हुए नजर आते हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे नेता भी है जो पद की चिंता छोड़ संगठन और पार्टी के लिए आगे बढ़कर कार्य करते है। हम बात कर रहे हैं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ राजीव सैजल की। पार्टी के लिए हमेशा आगे आकर कार्य करना और पद की चिंता छोड़ आम कार्यकर्ता की तरह संगठन को मजबूत करने के लिए हमेशा मंत्री सैजल ने आगे बढ़कर कार्य किया है। कुछ माह पहले प्रदेश में हुए नगर निगम चुनावों में भी स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल को सोलन नगर निगम चुनावों के लिए सह प्रभारी लगाया गया था, ऐसे में उस समय भी उनके समर्थकों के चेहरे पर नाराजगी देखी गई थी, लेकिन मंत्री राजीव सैजल ने उस समय भी हसंते हुए समर्थकों को एक ही संदेश दिया था कि पार्टी में पद को नहीं बल्कि किये गए कार्य को तवज्जो दी जाती है।
वहीँ एक बार फिर प्रदेश में उपचुनावों को लेकर चुनावी रण सज चुका है,ऐसे में भाजपा और कांग्रेस दोनो ही पार्टियां इन चुनावों में जीत हासिल करने के लिए रणनीति बना रही है। वहीं इन चुनावो को मिशन 2022 से पहले सेमीफाइनल मानकर चल रही भाजपा ने प्रदेश ने होने वाले चार उपचुनावों को लेकर प्रभारी भी लगा चुकी है। जिला सोलन में भी पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह के देहावसान के बाद अर्की विधानसभा में उपचुनाव होना है। इसके लिए भाजपा ने प्रभारी के तौर पर पूर्व विस अध्यक्ष और नाहन के विधायक डॉ राजीव बिंदल को लगाया है,वहीं सह प्रभारी के रूप में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल को लगाया है।
बहरहाल कुछ भी हो अर्की उपचुनावों में मंत्री सैजल का सह प्रभारी लगाए जाने उनके समर्थक पर इस बार भी निराशा देखी जा रही है लेकिन स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल के चेहरे पर इस बार भी शिकन नहीं दिखाई दे रही है। हमेशा मंत्री राजीव सैजल का यही कहना होता है कि पार्टी सर्वोपरि है, पार्टी से हम हैं पार्टी हमसे नहीं।