Measles Early Symptoms: मुंबई में बच्चों में खसरा तेजी से फैल रहा है। मीजल्स आउटब्रेक के कारणों को जानने के लिए केंद्र सरकार ने अपना एक दल रवाना कर दिया है। खसरा एक खतरनाक इंफेक्शन है, जिसकी कोई दवा मौजूद नहीं है। खसरा के लक्षणों पर ध्यान देकर ही इस बीमारी को रोका जा सकता है।
Measles Outbreak in Mumbai: भारत में अचानक खसरा का प्रकोप देखने को मिल रहा है। सिर्फ 48 घंटों के अंदर 3 बच्चों की मौत भी हो चुकी है। TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, तीनों बच्चे एक ही परिवार से थे। आपको बता दें कि एक बार खसरा हो जाने के बाद उसका कोई इलाज मौजूद नहीं है। इसलिए आपको खसरा के लक्षणों के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए ताकि समय पर चिकित्सीय सुविधा मिल सके। आपको बता दें कि खसरा का दूसरा नाम मीजल्स रूबेला (Measles Rubella) भी होता है।
Measles Rubella: मुंबई में खसरा क्यों फैला?
मुंबई में अचानक खसरा के मामले (measles cases in mumbai) बढ़ने के पीछे की वजह जानने के लिए बुधवार को केंद्र सरकार ने एक दल भेजा है। इस केंद्रीय टीम में नई दिल्ली के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के साथ पुणे के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्रीय कार्यालय के तीन विशेषज्ञ मौजूद हैं। जिसका नेतृतव आईडीएसपी (एनसीडीसी) के उप निदेशक डॉ. अनुभव श्रीवास्तव करेंगे। TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, खसरा सबसे संक्रामक वायरल डिजीज में से एक है, जिसके कुछ ही समय में 29 आधिकारिक मामले मिल चुके हैं।
खसरा का टीका लगवाने के बाद भी हुआ इंफेक्शन
रिपोर्ट ये भी कहती है कि 29 संक्रमित बच्चों में करीब 50 प्रतिशत बच्चों को खसरा का टीका लगा हुआ था। जिसमें से कुछ बच्चों को 9 महीने से कम उम्र में ही पहली मीजल्स वैक्सीन (measles vaccine) लग चुकी थी। बीएमसी के एग्जक्युटिव हेल्थ ऑफिसर Dr. Mangala Gomare ने कहा कि, हम खसरा के इस प्रकोप के बारे में पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के साथ रिसर्च करेंगे और देखेंगे कि खसरा वायरस के किस स्ट्रेन के कारण यह प्रकोप आया है।
शुरुआत में दिखते हैं खसरा के 4 लक्षण
सीडीसी के मुताबिक, खसरा छोटे बच्चों के लिए काफी खतरनाक इंफेक्शन साबित हो सकता है। जिसके संपर्क में आने के 7 से 14 दिनों में 4 प्रमुख लक्षण दिखते हैं।
- 104 डिग्री तक तेज बुखार
- खांसी
- नाक बहना
- लाल आंखें या आंखों में पानी आना
खसरा के शुरुआती लक्षण दिखने के बाद
सीडीसी कहता है कि जब संक्रमित बच्चे में खसरा के शुरुआती लक्षण (measles first symptoms) दिखाई देते हैं, तो उसके 2 से 3 दिन बाद मुंह के अंदर छोटे-छोटे सफेद दाग विकसित होने लगते हैं। वहीं, 3 से 5 दिन के भीतर शरीर पर लाल-सपाट दाने आने शुरू हो जाते हैं। खसरा के दाने बच्चे के चेहरे, गर्दन, धड़, हाथ, पैर और तलवों पर हो सकते हैं।
खसरा से बचाव और इलाज
खसरा से बचने का एकमात्र तरीका इसका टीका लगवाना है। खसरा से बच्चों को बचाने के लिए उन्हें मीजल्स वैक्सीन के 2 शॉट लगाए जाते हैं। क्योंकि, अभी तक खसरा की कोई दवा मौजूद नहीं है। खसरा होने के बाद सिर्फ इसके लक्षणों को काबू में करके इलाज किया जाता है।
खसरा होने के बाद क्या करें?
NHS के मुताबिक, अगर बच्चे को खसरा की बीमारी हो गई है, तो उसके निम्न उपाय अपनाएं।
- आराम करने दें।
- संक्रमित बच्चे के पास दूसरा बच्चा ना जाने दें।
- पानी और जूस पिलाएं।
- भीगी रूई से बच्चे का शरीर साफ करें।
- डॉक्टर की सलाह पर बुखार की दवा दें।
- अपनी साफ-सफाई का ध्यान रखें।
- बच्चे को छूने से पहले और बाद में हाथ अच्छी तरह धोएं।