मेडिकल कॉलेज रोड से सटी कॉलोनियों में बड़ी आबादी जलभराव के कारण घरों में कैद रही। देर रात तक इन इलाकों से पानी नहीं निकल पाया। कुछ इलाके ऐसे भी रहे जहां पिछली साल की तुलना में इस बार तेजी से पानी निकल गया। संसाधनों के अभाव के संबंध में पार्षदों में नगर निगम प्रशासन के खिलाफ आक्रोश दिखाई पड़ा। कोई समय से संपवेल नहीं चलने से व्यवस्था को कोसता रहा, तो कोई पंपों में डीजल नहीं होने से नाराज था।
उधर, धर्मशाला, रेती रोड, साहबगंज, बिछिया आदि इलाकों में भारी जलभराव से लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुस गया। लोग सामान बचाने में जुटे दिखे। गीता प्रेस में भी पानी घुस गया। गोलघर, बेतियाहाता, जफर कॉलोनी, दाउदपुर, रुस्तमपुर में पानी लगा मगर दोपहर बाद निकल गया।

पादरी बाजार, शाहपुर की कई कॉलोनियों की सड़कें जलमग्न
पादरी बाजार क्षेत्र की 10 से अधिक कॉलोनियों की सड़कें जलमग्न हो गईं। देर शाम तक सड़क पर डेढ़ से दो फीट तक पानी लगा रहा। वहीं, शाहपुर क्षेत्र के कई मोहल्ले तालाब में तब्दील हो गए। घरों तक पानी पहुंच गया। आवास विकास कॉलोनी के ब्लॉक ए, बी, मेसिडोज कंपाउंड, सप्लाई ऑफिस, राप्ती कांप्लेक्स, घोसीपुरवा, पिपराइच रोड पर पानी ओवरफ्लो करने लगा। पादरी बाजार क्षेत्र के सरस्वतीपुरम, ओंकारनगर, विश्वनाथपुरम, शिवपुर साहबाजगंज आदि मोहल्लों में पानी लग गया। शाहपुर पार्षद चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि बरसात का मौसम शुरू होने के पहले ही जलभराव की शिकायत नगर निगम के अधिकारियों से की गई थी। मगर जरूरी कार्रवाई नहीं की गई।
डीएम आवास से 50 मीटर दूर सड़क पर लबालब पानी
उद्यमियों की शिकायत पर गीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ), अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने जलभराव वाले क्षेत्र का निरीक्षण कर जल्द जल निकासी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। इस दौरान लघु उद्योग भारती के जिलाध्यक्ष दीपक ने अधिकारियों को क्षेत्र की समस्या के बारे में बताया।
सक्रिय दिखे नगर आयुक्त
जलभराव की शिकायतों को देखते हुए नगर आयुक्त अविनाश सिंह, मातहतों के साथ प्रभावित इलाकों में निरीक्षण करते दिखे। शास्त्री चौक से जिला अस्पताल के बीच जलभराव की स्थिति को देख उन्होंने गैंग लगाकर सफाई कराई। इसी तरह अपनी मौजूदगी में हार्बर्ट बंधे पर पंप से पानी की निकासी कराई। सूरजकुंड में जलभराव को देखते हुए नाला सफाई का निर्देश दिया।
नगर आयुक्त अविनाश सिह ने कहा कि 110 मिमी से अधिक बारिश के बाद भी बिना पंप के हर जगह से पानी निकल गया है। कंट्रोल रूम को एक्टिव कर दिया गया। सारे जोनल अधिकारी फील्ड में सक्रिय हैं। लोक निर्माण विभाग की सहायता के लिए एचएन सिंह चौराहे के पास पंप लगा दिया गया है।

नाले को मिट्टी से पाटने पर एफआईआर