हिमाचल में भारी बारिशः आठ लोगों की मौत की आशंका, कुल्लू में बादल फटने से तबाही

शिमला. हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक प्रदेश में भारी बारिश हुई है. पूरे प्रदेश में मॉनसून की वजह से कम से कम 8 लोगों की मौत की आशंका है. हालांकि, एक मौत की पुष्टि हो चुकी है. अकेले कुल्लू जिले में 7 लोग लापता हैं.

आलम यह है कि जानी नुकसान के साथ आर्थिक तौर पर भी प्रदेश को हानि हुई है. कुल्लू से लेकर किन्नौर और शिमला सहित अन्य स्थानों पर जानमाल की नुकसान की खबरें आने लगी हैं. शिमला में ढली के पास लैंडस्लाइड में जहां 14 साल की किशोरी की मौत हो गई. वहीं, उसके भाई और बहन घायल हैं. ये अपने परिवार के साथ सड़क किनारे पर सोए हुए थे.

कुल्लू में मणिकर्ण घाटी में चोंज गांव की पहाड़ियों में बादल फटा है. यहां कैंपिंग साइट बही है. साथ ही मलाणा डैम की साइट को भी नुकसान हुआ है. कसोल में सड़क पर मलबा आया है. कुल्लू में भारी बारिश होने से चोज नाले में बाढ़ आई है. साथ ही पार्वती नदी भी उफान पर है. कुल्लू प्रशासन ने लोगों को नदी नालों के पास ना जाने का अलर्ट जारी किया है. साथ ही लारजी औऱ पंडोह में पानी बढ़ने का भी अलर्ट है.

कौन हुए लापता

कुल्लू प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, लापता लोगों की पहचान हुई है. इनमें मंडी के सुंदरनगर के रोहित, राजस्थान के पुष्कर का कपिल, धर्मशाला का रोहित चौधरी, कुल्लू के बंजार का अजुर्न नाम का युवक लापता है. इसके अलावा, इलाके में छह ढाबे, तीन कंपिंग साइड, एक गौशाला और उसमें बंधी 4 गायें बह गई हैं. वहीं, गेस्ट हाउस में भी मलबा घुसा है. साथ ही कुछ अन्य मकानों को भी नुकसान पहुंचा है. मलाणा में डेम साइट में एक महिला बह गई है और उसकी मौत हो गई है. ब्यास नदी में कार गिरी है और दो युवक लापता हैं. फिलहाल, तमाम फ्लैश फ्लड प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का काम शुरू किया गया है

सीएम ने डीसी से की बात

सीएम जयराम ठाकुर ने कुल्लू में भारी बारिश के बाद अब सूबे के सभी जिलों के डीसी से बात की है और राहत और बचाव को लेकर दिशा-निर्देश दिए हैं. सीएम ने वुर्चअली शिमला से डीसी से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये बात की है.

किन्नौर में ठंगी नाले मे आई बाढ, जानमाल का नुकसान नहीं

किन्नौर में भी रुक रुक बारिश से जिले के कई नालों में पानी का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. सतलुज नदी का जल स्तर भी बढ़ा है. उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक द्वारा स्थानीय लोगों व पर्यटकों से आह्वान किया है कि अनावश्यक यात्रा ना करे और जिले में 8 जुलाई तक बारिश होने की संभावना है. बारिश के दौर को देखते हुए पर्यटक और स्थानीय लोग नदी-नालों और पहाड़ियों की ओर ना जाएं, ताकि किसी के जानमाल का नुकसान न हो.

मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार सुबह तक मंडी के तत्तापानी में 103 एमएम, बिलासपुर के बरठीं में 95 एमएम, शिमला के मशोबरा में 82 एमएम, शिमला के सुन्नी में 90 एमएम, कुफरी में 78 एमएम, धर्मशाला में 76 एमएम बारिश हुई है. कुल्लू के भुंतर में 12 एमएम पानी बरसा है. हिमाचल में 9 जुलाई तक मौसम खराब रहने का अनुमान जताया गया है.