पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की (Prime Minister Narendra Modi) की मां हीराबेन मोदी (Heeraben Modi) के निधन पर शोक जताया है। पीएम मोदी आखिरी बार जब पाकिस्तान गए थे तो उन्होंने पूर्व पीएम नवाज की मां से मुलाकात की थी।
इस्लामबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी के निधन पर शोक जताया है। शहबाज शरीफ ने ट्वीट कर उनकी मां को श्रद्धांजलि दी है। पीएम मोदी की मां हीराबेन मोदी का शुक्रवार तड़के निधन हो गया है। वह 100 साल की थी। उनकी तबियत बुधवार को बिगड़ गई थी और उन्हें अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार को डॉक्टरों ने जब उनका हेल्थ बुलेटिन जारी किया तो उनकी सेहत में सुधार की जानकारी दी थी। डॉक्टरों ने कहा था कि उन्हें एक या दो दिन में छुट्टी मिल सकती है। मगर नियति को कुछ और मंजूर था और उनका निधन हो गया।
क्या लिखा शहबाज ने
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने लिखा, ‘मां को खोने से बड़ा दुख और कोई नहीं होता है। मां के निधन पर मेरी संवेदनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं।’ 27 नवंबर 2020 को शहबाज की मां के निधन पर उनके बड़े भाई और पूर्व पीएम नवाज शरीफ के नाम एक चिट्ठी लिखी थी। पीएम मोदी ने इस चिट्ठी में लिखा था, ’22 नवंबर को आपकी मां बेगम शमीम अख्तर के निधन पर मैं शोक जताता हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं आपके और आपके परिवार के साथ हैं।’
नवाज को लिखा मियां साहिब
नवाज की मां का निधन लंदन में हुआ था और उन्हें लाहौर स्थित पैतृक घर जट्टी उमरा में दफन किया गया था। पीएम मोदी ने उस चिट्ठी में नवाज को ‘मियां साहिब’ कहकर संबोधित किया था। पीएम मोदी ने इस चिट्ठी में आगे लिखा था, ‘आपकी मां की सादगी और गर्मजोशी दिल छू लेने वाली थी। इस दुख की घड़ी में मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि वह आपको और आपके परिवार को हिम्मत दे कि आप इस तकलीफ को झेल सकें। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’
जब नवाज की मां के छुए पैर
साल 2016 में पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद यह पहला मौका था जब पीएम मोदी की चिट्ठी ने दोनों देशों के बीच दूरियों को कम करने का काम किया था। पीएम मोदी दिसंबर 2015 में नवाज के जन्मदिन पर अचानक लाहौर पहुंच गए थे। इस मौके पर खबरें आई थीं कि उन्होंने नवाज की मां के पैर छुए और उनसे आर्शीवाद लिया था।