प्रदेश भर में लोगों ने मिलकर मनाया भाईचारे का त्योहार
आज देश भर में ईद उल फितर का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मुस्लिम समुदाय ने ईद की नमाज अता की। राजधानी शिमला के ईदगाह मैदान में मंगलवार सुबह 9 बजे ईद-उल-फितर की मुख्य नमाज अता की और अमन-चैन की दुआएं मांगी। शिमला शहर की जामा मस्जिद ,ईद गाह लक्कड़ बाज़ार ,कुतब मस्जिद,बालूगंज ,छोटा शिमला, मस्जिद,संजौली मेंमुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद की नमाज अता की। लोग सुबह ही ईद की नमाज अदा करने के लिए ईदगाहों में एकत्र हुए। नमाज के बाद एक-दूसरे को गले लगा कर ईद की मुबारकबाद भी दी। एक-दूसरे के घरों में जा कर सेवइयों का लुत्फ़ उठाया। मौलाना मोहम्मद इस्लाम ने कहा रमजान का पवित्र महीना खत्म होने पर ईद का त्योहार मनाया जाता हे। उन्होंने कहा कि ईद उल फितर के मौके पर देश मै अमन शांति और खुशहाली के लिए खास तौर पर दुआएं मांगी गई और हम अल्लाह से हमेशा प्रदेश की खुशहाली आर अमन शांति की दुआ करते हैं।
मंडी शहर के मंगवाई स्थित मस्जिद में लोगों ने इकट्ठा होकर नमाज अता की। वहीं इस मौके पर सभी ने खुदा से पूरी दुनिया में चैन और अमन कायम करने की दुआ भी मांगी। मुस्लिम वेलफेयर कमेटी मंडी के अध्यक्ष नईम मोहम्मद ने सभी को इस पावन पर्व की बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ईद का त्योहार मुस्लिम धर्म में अपना एक अहम स्थान रखता है। यह त्योहार आपसी भाईचारे और सदभावना को बढ़ावा देता है। उन्होंने बताया कि बीते एक महीने तक कठिन रोजे रखने के बाद अब खुदा की इबादत करने का मौका मिलता है जिसे सभी बड़े ही उत्साह के साथ मनाते हैं। वहीं इस मौके पर सभी ने मंगवाई स्थित मस्जिद में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ी और इसके बाद एक दूसरे को प्यार से गले लगाकर ईद उल फितर की खुशी को सभी के साथ सांझा किया। नईम ने बताया कि सभी लोग अल्लाह से देश दुनिया में अमन, प्यार, मोहब्बत और शांति की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि यह पर्व अमन चैन का है और इसे सभी धर्मों के लोग मनाए और पूरी दुनिया में अमन शांति की दुआ करें। वहीं इकबाल अली ने कहा कि एक महीने के त्याग और तप की खुशी में ही ईद का त्योहार मनाया जाता है और यह आपसी भाईचारे की मिसाल है।