कर्मचारियों के घेराव से पहले विधानसभा के मुख्य गेट पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर सदन में हंगामा हो गया है।हिमाचल प्रदेश विधानसभा में गुरुवार को प्रश्नकाल के शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया। कांग्रेस विधायक दल ने सदन में स्थगन प्रस्ताव को नामंजूर करने पर सदन में नारेबाजी की और कांग्रेस विधायक सरकार पर कर्मचारियों से अलोकतांत्रिक व्यवहार करने का मुद्दा उठाते हुए वेल में चले गए। नारेबाजी के बीच ही स्पीकर ने सदन में प्रश्नकाल शुरू किया। सत्तापक्ष के विधायक ही इस बीच शोर-शराबे के बीच सवाल पूछते रहे, मंत्री इन्हीं के सवालों का जवाब देते रहे। 11 बजकर 17 मिनट पर विपक्ष ने वाकआउट कर दिया।
प्रश्नकाल शुरू होने से पहले किन्नौर के कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली के मसले को उठाया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष के काम रोको प्रस्ताव को स्वीकार न करने पर आपत्ति जताई। वे इस पर चर्चा करवाने पर अड़े रहे। इस प्रस्ताव की नामंजूरी पर विपक्ष के सदस्यों ने सदन में सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
इस बीच स्पीकर विपिन सिंह परमार ने कहा कि विपक्ष के विधायकों की ओर से एक स्थगन प्रस्ताव की सूचना मिली है। इस विषय पर विधायक रामलाल ठाकुर, आशा कुमारी आदि की ओर से प्रश्न लगाए गए हैं। ऐसे में इस स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करने का कोई औचित्य नहीं है। इसे खारिज किया जाता है। स्पीकर के संबोधन के बीच ही विपक्ष के सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वेल में चले गए। यह हंगामा प्रश्नकाल के बीच चला रहा। इसके बाद विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर लिया। माकपा विधायक राकेश सिंघा ने भी विपक्ष के साथ वाकआउट किया। उन्होंने कहा कि इस सरकार का वह हश्र होगा जो शांत सरकार का हुआ। जनता तो तैयार बैठी है।
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