प्रदेश में पांच दिनों तक मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के सभी भागों में आठ से 12 मार्च तक मौसम साफ रहने के आसार हैं। हिमाचल प्रदेश में पांच दिनों तक मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। इससे लोगों को ठंड से राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के सभी भागों में आठ से 12 मार्च तक मौसम साफ रहने के आसार हैं। शिमला में भी आज मौसम साफ बना हुआ है। केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 4.5, कल्पा 1.5, शिमला 9.7, सुंदरनगर 8.4, भुंतर 6.3, कल्पा 1.5, धर्मशाला 12.4, ऊना 11.2, नाहन 15.7, पालमपुर 9.5, सोलन 8.0, मनाली 6.0, कांगड़ा 10.0, मंडी 9.5, बिलासपुर 11.5, हमीरपुर 11.0, चंबा 8.3, डलहौजी 8.2, कुफरी 7.3, जुब्बड़हट्टी 11.4 और पांवटा साहिब में 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सोमवार को बिलासपुर में अधिकतम तापमान 26.5, ऊना में 26.4, सुंदरनगर में 25.4, हमीरपुर में 25.3, नाहन-चंबा में 24.2, भुंतर में 23.4, कांगड़ा-सोलन में 23.0, धर्मशाला में 22.2, डलहौजी में 20.5, शिमला में 17.1, कल्पा में 13.0 और केलांग में 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। उधर, तीन सप्ताह से बंद हाईवे-305 भी फोर बाई फोर वाहनों के लिए खुल गया है।
119 लोगों को सुरक्षित बचाया
वहीं, मनाली-उदयपुर-किलाड़ मार्ग के तिंदी से आगे काडूनाला में हुए हिमस्खलन और रोहली के पास भूस्खलन के बीच फंसे 119 लोगों को पुलिस ने सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया है। इनमें सात बच्चों के साथ 43 महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने तीन घंटों तक बचाव अभियान चलाया।
देश-विदेश के सैलानियों से गुलजार हुई बंजार की तीर्थन घाटी
मौसम खुलते ही विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क और ट्राउट मछली के लिए मशहूर बंजार की तीर्थन घाटी की शांत और सुरम्य वादियां देश-विदेश के पर्यटकों को खूब भा रही है। यहां की जैव विविधता, मनमोहक और दिलकश फिजाएं, नदियां, नाले, झरने, जंगल और पहाड़ों में दूर-दूर बसे सुंदर गांव सहज ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इस समय तीर्थन घाटी की सभी ऊंची चोटियां भारी बर्फबारी से लकदक है। इसके चलते पहाड़ों की अद्भुत प्राकृतिक दृश्यवाली उभरकर सामने आ रही है। इन दिनों सैलानी भारी संख्या में तीर्थन घाटी पहुंच रहे हैं। इससे अब धीरे-धीरे पर्यटन कारोबार पटरी पर उतर रहा है। पिछले तीन दिन से तीर्थन घाटी में बाहरी राज्यों से आए पर्यटकों की काफी चहलकदमी देखने को मिल रही है। पर्यटकों की बढ़ती आमद से स्थानीय पर्यटन कारोबारियों को भी राहत मिली है। वहीं घाटी में मार्च से तीर्थन नदी की निर्मल जलधारा पर इस साल के ट्राउट फिशिंग सीजन की शुरूआत हो चुकी है। ट्राउट मछली आखेट प्रेमी तीर्थन की लहरों में उतर चुके हैं। तीर्थन नदी में ट्राउट फिशिंग का रोमांच लेने के लिए प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में देशी-विदेशी सैलानी यहां का भ्रमण करते हैं।