ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में दुर्लभ प्रजातियों में शुमार कस्तूरी मृग के गणना की जाएगा। वहीं भूरा भालू के साथ ब्लूशिप की गणना होगी।
जैव विविधता के संरक्षण के साथ वन्य प्राणियों के लिए जीवन रक्षक बने ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में दुर्लभ प्रजातियों में शुमार कस्तूरी मृग के गणना की जाएगा। वहीं भूरा भालू के साथ ब्लूशिप की गणना होगी। पार्क में इन दुर्लभ प्रजातियों के वन्य प्राणियों की मौजूदगी के आंकड़े साल के अंत तक सामने आ जाएंगे। दशहरा के बाद कस्तूरी मृग, ब्लूशीप (नीली भेड़) और भूरा भालू की गिनती आरंभ की जाएगी। इसके लिए करीब 15 से 20 टीमों का गठन किया जाएगा। वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ पार्क प्रबंधक स्वयं सेवियों की मदद लेगा। बताया जा रहा है कि इन इन तीनों वन्य जीवों का ठिकाना ऊंचाई वाले इलाकों में होता है। इसमें ब्लूशीप करीब 3,500 मीटर, कस्तरी मृग 3,000 मीटर तथा भूरा भालू की मौजूदगी समुद्रतल से लगभग 2,500 से 2,800 मीटर की ऊंचाई पर होती है।