हिमाचल शिक्षा निदेशालय: 11 स्कूल प्रयोगशाला परिचारकों पर होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई, इंक्रीमेंट रुकेगी

एससीईआरटी सोलन की रिपोर्ट पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने कड़ा संज्ञान लेते हुए जिला उपनिदेशक सोलन, सिरमौर, शिमला और किन्नौर को कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं।

उच्च शिक्षा निदेशालय

हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत 11 प्रयोगशाला परिचारकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की तलवार लटक गई है। इन पर छह दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में चयन के बावजूद शामिल नहीं होने का आरोप है। एससीईआरटी सोलन की रिपोर्ट पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने कड़ा संज्ञान लेते हुए जिला उपनिदेशक सोलन, सिरमौर, शिमला और किन्नौर को कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं। इन प्रयोगशाला परिचारकों की सर्विस बुक में इस कार्रवाई का उल्लेख करने और इनकी वार्षिक इंक्रीमेंट को भी रोकने को कहा गया है। एससीईआरटी सोलन की ओर से छह जून से 11 जून तक छह जिलों बिलासपुर, किन्नौर, शिमला, सोलन, सिरमौर और ऊना के 49 प्रयोगशाला परिचारकों को प्रशिक्षण देने के लिए शिविर लगाया गया था।

इसके लिए बिलासपुर से आठ, किन्नौर से पांच और शिमला, सोलन, सिरमौर व ऊना से नौ-नौ प्रयोगशाला परिचारकों का चयन किया गया था। शिविर में बिलासपुर और ऊना से सभी चयनित परिचारक शामिल हुए। किन्नौर से एक, शिमला-सोलन से तीन-तीन और सिरमौर से चार परिचारक शिविर में शामिल नहीं हुए। इन 11 प्रयोगशाला परिचारकों के खिलाफ जिला उपनिदेशकों के माध्यम से अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि कर्मचारियों की दक्षता को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं। सरकारी धनराशि को इसके लिए खर्च किया जा रहा है। इसके बावजूद शिविर में कुछ कर्मी शामिल नहीं हो रहे हैं। इस तरह के मामले अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।