ऊना. हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में अवैध खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए पुलिस विभाग द्वारा दर्ज किए गए 13 मामलों में से कुछ अन्य मामलों को भी अब ईडी के सुपुर्द किया गया है. मंगलवार को इसका खुलासा जिला पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने किया, जबकि प्रवर्तन निदेशालय की टीम द्वारा जिला मुख्यालय के थाना ऊना सदर और थाना हरोली के तहत कई स्थानों पर हाल ही में की गई छापेमारियों के बाद स्टोन क्रशर के मालिक लखविंदर सिंह और उनके तीन मैनेजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है, जिसमें धोखाधड़ी करने और बाद में सबूतों को मिटाने के आरोप लगाए गए हैं.
पुलिस ने ईडी की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधीक्षक ने यह भी खुलासा किया कि अवैध खनन के मामलों को लेकर पुलिस द्वारा वर्ष 2021 में 8 केस दर्ज किए गए थे, जबकि पांच मामलों में वर्ष 2022 में अभी तक एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. इन्हीं में से कुछ मामलों को आगामी जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय के सुपुर्द किया गया है, जिसके चलते आने वाले दिनों में भी प्रवर्तन निदेशालय की टीमों की ताबड़तोड़ छापेमारी होने की संभावना बढ़ गई है. पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय की संयुक्त कार्रवाई के बाद जिला भर में खनन माफिया में भी हड़कंप की स्थिति बन चुकी है.
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय की विभिन्न टीमों ने हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा स्थित लखविंदर स्टोन क्रशर के कई यूनिट्स और इससे जुड़े कुछ लोगों के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. इस छापेमारी के दौरान जहां 15.37 लाख रुपए की नकदी बरामद की गई थी. वहीं, इसके अतिरिक्त अवैध खनन से जुड़े कई दस्तावेज और लैपटॉप व पेन ड्राइव जैसी चीजों में भी आंकड़े बरामद किए गए थे.
प्रवर्तन निदेशालय की यह छापेमारी जिला ऊना के ही हरोली थाना में वर्ष 2021 में अवैध खनन के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर की थी. जबकि अब ईडी की शिकायत के आधार पर ही पुलिस ने नए सिरे से आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. इन तमाम चीजों के सामने आने के बाद पंजाब के मोहाली जिला निवासी और स्टोन क्रेशर के मालिक लखविंदर सिंह, साइट मैनेजर दशरथ सिंह, मैनेजर अमित कुमार और यूनिट मैनेजर घनश्याम मीणा के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 और 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया है.
क्या बोले एसपी ऊना
एसपी ऊना अर्जितसेन ठाकुर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने अवैध खनन माफिया के खिलाफ वर्ष 2021 से लेकर अभी तक करीब 13 एफआईआर दर्ज की है, और इनमें से कुछ मामलों को आगामी जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय को भी सौंपा गया है। इन्ही में से एक केस में ईडी द्वारा हाल ही में छापेमारियां की थी. पुलिस की मानें तो कुछ मामलों में लाखों की हेराफेरी या मनी लांड्रिंग का संदेह होने पर प्रवर्तन निदेशालय की मदद ली जा रही है. उन्होंने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय की विभिन्न टीमों द्वारा हाल ही में जिला में की गई छापेमारी के बाद ताज़ा शिकायत के आधार पर लखविंदर सिंह स्टोन क्रशर फर्म के मालिक और तीन मैनेजरों सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.