हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीत चुकी है। चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक, कांग्रेस ने इस चुनाव में 40 सीटें जीत ली। वहीं, भारतीय जनता पार्टी 25 सीटों पर ही सिमटकर रह गई। तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। अब साफ हो चुका है कि इस बार हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री कौन बनेगा? आइए जानते हैं उन नामों के बारे में जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है….
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1. प्रतिभा सिंह : कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का नाम है। ये चुनाव भी कांग्रेस ने प्रतिभा सिंह का नाम आगे रखकर ही लड़ा है। प्रतिभा पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं। कांग्रेस भी वीरभद्र के विकास मॉडल को ही आगे बढ़ाने की बात करती रही है, ऐसे में वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। अभी प्रतिभा मंडी लोकसभा सीट से सांसद हैं। ऐसे में अगर वह मुख्यमंत्री बनती हैं तो उन्हें छह महीने के अंदर किसी सीट से विधानसभा चुनाव जीतना होगा।
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2. मुकेश अग्निहोत्री: हरोली विधानसभा सीट से चुनाव लड़े मुकेश अग्निहोत्री भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे हैं। पिछले पांच साल मुकेश ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाई है। मुकेश लगातार पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं।
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3. विक्रमादित्य सिंह: अगर प्रतिभा सिंह सीएम नहीं बनती हैं तो उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह को सीएम बनाया जा सकता है। विक्रमादित्य युवा हैं और ऐसा करके पार्टी युवाओं को आगे बढ़ाने का नया संदेश दे सकती है। इसके साथ-साथ वीरभद्र परिवार के हाथ में ही हिमाचल की सत्ता भी बरकरार रह पाएगी। विक्रमादित्य ने युवाओं को जोड़ने के लिए चुनाव से पहले पूरे राज्य में रोजगार संघर्ष यात्रा निकाली। चुनाव प्रचार के प्रमुख चेहरों में शामिल रहे।
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सुखविंदर सिंह सुक्खू – फोटो : संवाद
4. सुखविंदर सिंह: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह का नाम भी मुख्यमंत्री की दौड़ में आगे है। सुखविंदर पार्टी की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष हैं। मतलब सूबे में पार्टी के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी सुखविंदर के पास ही थी। सुखविंदर को सीएम बनाकर कांग्रेस पंजाब पर भी निशाना लगा सकती है। इस बार पंजाब में कांग्रेस को बुरी हार मिली है। सुखविंदर का कनेक्शन पंजाब से है। ऐसे में उन्हें हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर सिखों के बीच कांग्रेस नए सिरे से पैठ बनाने की कोशिश कर सकती है। सुखविंदर इस बार भी चुनाव जीत चुके हैं।
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5. धनीराम नरेनूराम सांडील: कांग्रेस के दिग्गज नेता धनीराम नरेनूराम सांडील का नाम भी सीएम की रेस में है। धनीराम कोली जाति के वोटर्स के बीच अच्छी पैठ रखते हैं। वह दो बार लोकसभा के सांसद भी चुने जा चुके हैं। इस बार धनीराम ने सोलन से चुनाव जीता।
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हार ने कौल सिंह की दावेदारी पर लगाया ग्रहण
दरंग सीट से आठ बार विधायक चुने जा चुके कौल सिंह भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे। उन्हें भाजपा के पूरन चंद ने 1,033 वोट से हरा दिया। इस हार के चलते मुख्यमंत्री पद पर उनकी दावेदारी को ग्रहण लग गया है।