हिमाचल विस चुनाव: 55,000 अक्षम, 1.23 लाख हैं 80 साल से अधिक आयु के मतदाता

इस बार 80 साल आयु से अधिक उम्र के मतदाता अगर मतदान केंद्र में नहीं पहुंच पाएंगे तो वे घरों में भी वोट डाल सकेंगे। निर्वाचन आयोग ने ऐसी व्यवस्था की है।

फाइल फोटो
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हिमाचल में इस बार के विधानसभा चुनाव में अक्षम मतदाताओं की संख्या 55,000 और 80 से अधिक उम्र के वोटरों की संख्या 1,23,506 है। दोनों श्रेणियों के मतदाता घर से ही मतदान कर सकेंगे। हालांकि, ईवीएम नहीं, बैलेट पेपर से इनके वोट डलेंगे। घर से वोट डालने की जानकारी निर्वाचन आयोग को पहले देनी होगी। चुनाव विभाग के अधिकारी संबंधित वोटर के घर मतदान सामग्री लेकर आएंगे। घर में होने वाले मतदान के समय किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसके लिए राजनीतिक दलों के एजेंट मौजूद रहेंगे।

इस बार 80 साल आयु से अधिक उम्र के मतदाता अगर मतदान केंद्र में नहीं पहुंच पाएंगे तो वे घरों में भी वोट डाल सकेंगे। निर्वाचन आयोग ने ऐसी व्यवस्था की है। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पांच दिन के भीतर आयोग को सूूचना देनी होगी कि संबंधित वृद्ध जन और अक्षम वोटर घर से ही मतदान करेंगे। ऐसे मतदाताओं की सूची संबंधित जिला और चुनाव अधिकारी अधिकारी को दी जाएगी। घर में मतदान के दौरान चुनाव अधिकारी वीडियोग्राफी भी करेंगे।

बूथ पर ही वोट डालते हैं 105 वर्षीय श्याम सरण नेगी 
स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता 105 वर्षीय श्याम सरण नेगी हर बार किन्नौर के कल्पा बूथ पर जाकर ही मतदान करते हैं। जिला प्रशासन ने उन्हें ब्रांड एंबेसडर बनाया है। उनके लिए रेड कारपेट बिछता है और प्रशासन वोट डलवाने के लिए घर से बूथ तक गाड़ी में लाता है और वोट डालने के बाद वापस छोड़ता है। नेगी के अलावा भी कई ऐसे शतकवीर बुजुर्ग हैं जो बूथ पर जाकर ही वोट डालते हैं।

वृद्धजन और अक्षम मतदाता किसी कारण मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच पाते हैं तो उनके लिए घर से ही मतदान करने की सुविधा दी जा रही है। ये वोटर मतपत्र से ही वोट दे सकेंगे। चुनाव अधिकारी वोट लिफाफे में बंद करके स्ट्रांग रूम में रखेंगे। मतगणना के दिन ये लिफाफे खोले जाएंगे।