हिमाचल चुनावः प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो पड़े कांग्रेस उपाध्यक्ष रामलाल ठाकुर, इस्तीफे का किया ऐलान

हिमाचल प्रदेश के जल शक्ति, बागवानी, राजस्व व सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर.

हिमाचल प्रदेश के जल शक्ति, बागवानी, राजस्व व सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर.

मंडी. हिमाचल सरकार में सबसे कद्दावर मंत्री के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले जल शक्ति, बागवानी, राजस्व व सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर का कहना है कि कांग्रेस पार्टी और पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर की हालत उस मछली की तरह हो गई है, जिसे पानी से निकालकर गर्म रेत पर फैंक दिया है और वो बुरी तरह से छटपटा रही है. यह बात उन्होंने मंडी में न्यूज18 को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कही.

महेंद्र सिंह ठाकुर ने कौल सिंह ठाकुर को सलाह दी है कि वे अब पीले वस्त्र धारण करके और हाथ में रूद्राक्ष की माला लेकर छोटी काशी के मंदिरों में सुबह 4 बजे जाकर माला का जाप करना शुरू कर दें. क्योंकि कौल सिंह ठाकुर ने तीन बार अपने गृहक्षेत्र, मंडी जिला और प्रदेश के लोगों को सीएम बनने के नाम पर ठगा है. आजकल भी कौल सिंह ठाकुर को मंत्रियों की गाडि़यों के सपने आ रहे हैं, जिसमें उन्हें तिरंगा लगी गाडि़यां दिखाई दे रही हैं. ये सपने अब कभी पूरे नहीं होने वाले.
अनिल शर्मा के सवाल पर क्या बोले महेंद्र सिंह

अनिल शर्मा को लेकर पूछे गए सवाल के जबाव में महेंद्र सिंह ने कहा कि उनकी अनिल शर्मा से कोई नाराजगी नहीं है. अभी तक वो भाजपा के विधायक हैं और आगे उन्होंने क्या करना है, यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है. महेंद्र सिंह ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हिमाचलियों का कुलगुरू और ईष्ट देवता करार दिया. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी हिमाचल के लोगों का एक कुलगुरू और ईष्ट देवता की तरह ध्यान रखते हैं और इस बार भी उन्हीं के नाम पर प्रदेश की जनता अपनी मोहर लगाएगी और एक बार फिर से जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनेगी.

महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जनमंच जनता की समस्याओं के समाधान का मंच है, लेकिन कुछ अधिकारी जब जनता की समस्याओं के समाधान में टालमटोल करते हैं तो उनकी खिंचाई करनी पड़ती है. जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देन है और प्रदेश में सीएम जयराम ठाकुर ही रहनुमाई में अधिकारियों और कर्मचारियों ने बेहतरीन काम करके प्रदेश को नंबर वन बनाया है. प्रदेश के इतिहास में जयराम सरकार के पांच में से अढ़ाई वर्ष जल जीवन मिशन की क्रांति के रूप में जाने जाएंगे. केंद्र सरकार ने प्रदेश के लिए शिवा प्रोजेक्ट के तहत 1300 करोड़ की स्वीकृति दी है ताकि प्रदेश के सिर्फ क्षेत्र विशेष में ही बागवानी न हो, बल्कि पूरे प्रदेश को फल राज्य के रूप में नई पहचान मिल सके. उपचुनावों में मिली हार पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि काफी कम अंतर से भाजपा की हार हुई है और उसके बाद पार्टी और सरकार ने सीख लेते हुए कमियों को सुधारा है.

महेंद्र सिंह ठाकुर का परिचय

72 वर्षीय महेंद्र सिंह ठाकुर मंडी जिला के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के ध्वाली गांव के रहने वाले हैं. महेंद्र सिंह ठाकुर पहले सेना में थे और उसके बाद वे राजनीति में आए. महेंद्र सिंह ठाकुर के नाम पर एक रिकार्ड दर्ज है और वो रिकार्ड है कि इन्होंने पांच अलग-अगल चिन्हों पर चुनाव लड़े और कभी नहीं हारे. सबसे पहला चुनाव 1990 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ा और जीता. इसके बाद कांग्रेस, फिर हिविकां के टिकट पर चुनाव लड़ा. 2003 में हिमाचल लोकतांत्रित मोर्चा के नाम से अपनी पार्टी बनाई और चुनाव जीता. 2007 में ये भाजपा में आ गए और तब से भाजपा में भी टिके हुए है.