हिमाचल चुनावः पंडित सुखराम परिवार और कौल सिंह के बीच फिर छिड़ी जुबानी जंग

सदर विधायक व भाजपा प्रत्याशी अनिल शर्मा ने कौल सिंह ठाकुर पर जुबानी हमले किए थे.

सदर विधायक व भाजपा प्रत्याशी अनिल शर्मा ने कौल सिंह ठाकुर पर जुबानी हमले किए थे.

मंडी. हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के परिवार व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कौल सिंह ठाकुर के बीच रिश्तों की खटास 2022 के विधानसभा चुनावों में भी साफ देखने को मिल रही है. दोनों परिवारों के बीच एक बार फिर से जुबानी जंग छिड़ गई है.

बीते दिनों जहां सदर विधायक व भाजपा प्रत्याशी अनिल शर्मा ने कौल सिंह ठाकुर पर जुबानी हमले किए थे. वहीं, शुक्रवार को मीडिया से अनौपचारिक बातचीत के दौरान कौल सिंह ठाकुर ने सुखराम परिवार का घेराव किया है. कौल सिंह ने कहा कि पंडित सुखराम ने कहा था कि भाजपा में जाना मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी. उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम प्रदेश ही नहीं, केंद्र में भी मंत्री रह है. लेकिन पंडित सुखराम ने खुद माना था कि भाजपा में जाना उनके व उनके परिवार गलत निर्णय था.

खुद को सीएम प्रोजेक्ट करने व पार्टी में कहीं भी पोस्टर ना लगने वाले अनिल शर्मा के बयान पर भी कौल सिंह ठाकुर ने पलटवार किया है. ठाकुर कौल सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र में विश्वास करती है. पोस्टर से कोई छोटा या बड़ा नेता नहीं हो जाता है. कांग्रेस पार्टी के पास हर जिला में एक से बढ़कर एक नेता है और कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है. उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा आया राम गया राम है. यह बात पंडित सुखराम परिवार को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी कह चुके हैं.

अनिल शर्मा के भारतीय जनता पार्टी में ही बने रहने व उनके परिवार के भाजपा में शामिल होने पर कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि पहले अनिल शर्मा कांग्रेस में वापसी कर रहे थे. इसके लिए वे दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के नेताओं से भी मुलाकात कर चुके थे. किस दबाव में आकर अनिल शर्मा ने अपना फैसला बदला. वही जानते हैं. यदि अनिल शर्मा कांग्रेस में वापसी करते तो वे उनका स्वागत करते. अनिल शर्मा की कांग्रेस में वापसी पर उन्हें कोई एतराज नहीं था.