हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की युवती की नशे के ओवरडोज के चलते मौत हो गई. युवती की बहन की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि दूसरा फरार है. फिलहाल मोहाली पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है.
जानकारी के अनुसार, 15 नवंबर 2022 को मोहाली पुलिस को जीरकपुर-डेराबस्सी रोड के पास शताबगढ़ रोड पर खेतों में खड़ी एक पोलो कार से युवती का शव मिला था. शव की पहचान निशा राणा के रूप में हुई. युवती कांगड़ा की रहने वाली है. हालांकि, वह अपने माता-पिता के साथ डेराबस्सी में रहती थी.
मृतक निशा राणा की बहन ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि निशा डेराबस्सी में पिता और छोटी बहन सपना के साथ रहती थी. उसकी मां अगस्त 2022 में हिमाचल के कांगड़ा में अपने बेटे के साथ रहने चली गई थी. निशा विदेश में सेट होना चाहती थी. 15 नवंबर को निशा ने अपनी बहन सपना को बताया कि वह आज रात ट्रैवल एजेंट जालंधर निवासी अजय और मानवगीत सिंह से मिलेगी. वह काफी दिन से उसे मिलने के लिए बुला रहे हैं. निशा को दोनों युवक खरड़ सेक्टर-118 में शांति सागर होटल में ले गए, जहां उक्त दोनों ने निशा को शराब पिलाई. इस दौरान शराब और नशे के ओवरडोज की वजह से उसकी मौत हो गई. दोनों उसे रातभर गाड़ी में इधर-उधर लेकर घूमते रहे, लेकिन उसे इलाज के लिए अस्पताल नहीं पहुंचाया. अमिता का आरोप है कि दोनों ने निशा के फोन भी खुर्द बुर्द कर दिए हैं. दो युवकों के खिलाफ जीरकपुर थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. पोस्टमार्टम में सामने आया है कि नशे की ओवरडोज से से निशा की मौत हुई थी.
पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मृतका की दिल्ली निवासी बहन अमिता के बयान पर आईपीसी की धारा 304,201 व 34 के तहत मामला दर्ज कर एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों की पहचान अजय निवासी आदमपुर जालंधर व मानवगीत सिंह निवासी सुलतानपुर लोधी कपूरथला के रूप में हुई है. पुलिस ने मानवगीत सिंह को गिरफ्तार किया है. यह वही शख्स है, जो पोलो कार को खेतों में छोडक़र भागा था और उसे धर्मकांटे पर काम करने वाले काका राणा ने उसे देखा था. आरोपी को शनिवार डेराबस्सी कोर्ट में पेश किया जाएगा, जबकि दूसरे साथी अजय की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है.
रोडीज में लिया था हिस्सामतका की बहन अमिता ने बताया कि निशा राणा एमटीवी रोडीज के सीजन 2007 में भी जा चुकी है. वह रोडीज सीजन 7 की कंटेस्टेंट थी. निशा राणा का शुक्रवार को पोस्टमार्टम सिविल अस्पताल डेराबस्सी में तीन डाक्टरों के बोर्ड में हुआ था. फिलहाल, घटना की जांच की जा रही है.