हिमाचल के तकनीकी शिक्षा विभाग ने साल 2005 में पॉलिटेक्निक कॉलेज सुंदरनगर में एससीवीटी (सीपीएड) का एक वर्षीय प्रशिक्षण करवाया। इसमें राज्य के 5349 युवाओं ने प्रशिक्षण हासिल किया। लेकिन बाद में सरकार ने आरएंडपी नियमों में बदलाव कर दिया। लिहाजा, 5349 युवा अपने कैरियर को लेकर आज भी चिंतित हैं।
इन परिस्थितियों में ये प्रशिक्षु भी अब आम आदमी पार्टी का दामन थामने को तैयार हो रहे हैं। इन प्रशिक्षुओं का कहना है कि 2011 में नियमों में बदलाव किया गया। 2014 में सरकार ने कुछ प्रशिक्षुओं को अनुबंध के आधार पर रखा। एक वर्षीय डिप्लोमाा वालों को 2020 में स्थायी नियुक्ति भी दे दी गई, लेकिन कुछ प्रशिक्षुओं के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
2014 में मामला उच्च न्यायालय में भी पहुंचा। न्यायालय ने बैचवाइज सीधी भर्ती के आदेश भी जारी किए, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आ रहा।