ऊना. हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के दूरदराज क्षेत्र के कमूल गांव में एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने शासन, प्रशासन और सिस्टम पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. देर रात महज 5 वर्ष के एक बच्चे को सर्पदंश हुआ, लेकिन रास्ते की सही हालत ना होने के चलते बच्चा समय से अस्पताल नहीं पहुंच पाया लिहाजा चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया। बुधवार मध्य रात्रि हुई इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया.
ऐसा नहीं कि बच्चे को बचाने के लिए प्रयास नहीं किया गया. परिजनों ने फौरन अपने किसी नजदीकी को बुलाकर उसे गाड़ी में डालकर अस्पताल ले जाने का प्रयास किया, लेकिन बदहाल रास्ते में गाड़ी भी बीच मझधार पंक्चर हो गई. आधी रात को जैसे तैसे लोग बच्चे को लेकर एक निजी अस्पताल पहुंचे लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
जानकारी के अनुसार, गांव कमूल में बुधवार की आधी रात को 1:30 बजे अपनी मां और बहन के साथ चैन की नींद सो रहा 5 वर्ष का मासूम बालक सर्प दंश का शिकार हो गया. बच्चे के रोने चिल्लाने पर परिजन उठे तो उन्हें सर्प दंश का पता चला. परिजनों ने तुरंत शोर मचाकर आसपास के लोगों को भी बुलाया गया. बच्चे को अस्पताल पहुंचाने के लिए किसी नजदीकी को गाड़ी लेकर आने को कहा गया.