प्रदेश में 7 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में चार दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून की दस्तक के बाद भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन के मामले बढ़ने लगे हैं। भारी बरसात के चलते मटौर-शिमला हाईवे पर पुराना कांगड़ा के समीप रविवार सुबह भूस्खलन से यातायात अवरुद्ध हो गया। देखते ही देखते दोनों तरफ से लंबा जाम लग गया। वहीं दौलतपुर सुरंग के पास भी भूस्खलन से हाईवे बाधित रहा। पुराना कांगड़ा मार्ग पर करीब दो किमी लंबा जाम लग गया। जाम में फंसी बसों में बैठे लोग कांगड़ा तक पैदल ही पहुंच गए। करीब 11 बजे तक मार्ग बहाल हो पाया। मार्ग बहाल नहीं होने तक कांगड़ा से शिमला, दिल्ली आने-जाने वाले वाहनों को पुराना कांगड़ा के वैकल्पिक मार्ग से भेजा गया। वहीं, सिरमौर जिले के विकास खंड नाहन की ग्राम पंचायत पंजाहल में रविवार सुबह मूसलाधार बारिश के बीच कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हो गया। अब पीड़ित के पास रहने के लिए घर नहीं है। ग्रामीणों ने इस परिवार को अपने घर में पनाह दी है।
संबंधित क्षेत्र के पटवारी को इसकी सूचना दे दी है। दो कमरों का घर क्षतिग्रस्त होने से राशन, फर्नीचर और अन्य सामान को भी नुकसान हुआ है। उधर, प्रदेश में 7 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में चार दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 5 व 6 जुलाई के लिए भारी बारिश व अंधड़ चलने का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। जबकि 3 व 7 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। आज शिमला समेत अन्य भागों में मौसम खराब बना हुआ है।
न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 17.0, सुंदरनगर 21.2, भुंतर 22.4, कल्पा 14.6, धर्मशाला 20.0, ऊना 20.0, नाहन 22.8, केलांग 13.2 पालमपुर 19.5, सोलन 21.4, मनाली 18.4, कांगड़ा 22.2, मंडी 21.6, बिलासपुर 24.0, हमीरपुर 22.5, चंबा 23.7 डलहौजी 17.7, कुफरी 14.1, रिकांगपिओ 17.6 और पांवटा साहिब में 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।