Himachal Pradesh: पर्दे के पीछे सीएम का नाम तय, कांग्रेस आलाकमान के फैसले से पहले ही ‘सीएम’ पद पर ठोंका दावा

हिमाचल प्रदेश में पर्दे के पीछे मुख्यमंत्री का नाम तय हो चुका है। चुनाव के नतीजे आने के बाद हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह के बयान बहुत कुछ कह रहे हैं।

सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे

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हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा की 68 में से 40 सीटें जीती हैं। शुक्रवार (नौ दिसंबर) को दोनों केंद्रीय पर्यवेक्षक छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, शिमला पहुंच चुके हैं। इनकी मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा होगी। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि यह केवल औपचारिकता है। पर्दे के पीछे मुख्यमंत्री का नाम तय हो चुका है। चुनाव के नतीजे आने के बाद हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह के बयान बहुत कुछ कह रहे हैं। उनका बयान विधायकों की बैठक से पहले आया। प्रतिभा सिंह ने कहा, वह मुख्यमंत्री पद की रेस में नहीं हैं, लेकिन क्या वीरभद्र सिंह के परिवार और उनकी विरासत को नजरअंदाज किया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश का यह चुनाव हमने स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के नाम पर जीता है।

प्रतिभा सिंह के अलावा उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह, जिन्होंने शिमला (ग्रामीण) सीट से जीत दर्ज कराई है, ने कहा ‘एक बेटे के रूप में, मैं अपनी मां को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहूंगा, लेकिन इस संबंध में अंतिम फैसला कांग्रेसी विधायकों और पार्टी आलाकमान द्वारा लिया जाएगा। खास बात है कि ये दोनों बयान कांग्रेस आलामान के पर्यवेक्षकों की बैठक होने से पहले आए हैं। मंडी से कांग्रेस सांसद प्रतिभा सिंह ने तो गुरुवार को वोटों की गिनती खत्म होते ही यह बयान दे दिया था कि कांग्रेस की यह जीत स्व. वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि है। आप उन्हें और उनके परिवार को नजरअंदाज नहीं कर सकते। वीरभद्र सिंह का कोई मुकाबला नहीं है। लोगों ने उनके सम्मान के लिए कांग्रेस को वोट दिया है। ऐसे में पार्टी को लोगों की भावनाओं का सम्मान करना होगा।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, जब ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इंदौर में थी, तब प्रतिभा सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह, राहुल गांधी से मिलने महू पहुंचे। कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तनखा ने उन्हें रिसीव किया। मुलाकात के दौरान प्रतिभा सिंह ने राहुल गांधी को हिमाचल प्रदेश के चुनाव को लेकर ब्रीफ किया। कांग्रेस इस कड़े मुकाबले में भाजपा को कैसे मात दे सकती है, इस बाबत प्रतिभा सिंह ने राहुल गांधी को विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने राहुल गांधी को हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की जीत को लेकर आश्वस्त किया था। ऐसे में अब वह सीएम पद की प्रबल दावेदार हैं। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस विधायक दल के निवर्तमान नेता मुकेश अग्निहोत्री को भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बताया जा रहा है। ये दोनों नेता भी प्रियंका गांधी के करीबी बताए जाते हैं। अग्निहोत्री, ब्राह्मण समुदाय से आते हैं जबकि सुक्खू ठाकुर बिरादरी से हैं।

हिमाचल प्रदेश के नतीजों के बीच जब ऐसी खबरें चल रही थीं कि कांग्रेस विधायकों में टूट हो सकती है। ‘ऑपरेशन लोटस’ की आशंका के चलते क्या विधायकों को किसी दूसरे राज्य में भेजा जा सकता है, इस बाबत प्रतिभा सिंह ने कहा था, क्यों किसी दूसरे प्रदेश में जाएंगे। यहां क्या खतरा है? विधायकों को जनता ने चुना है। वे जिम्मेदार हैं। किसी के बहकावे में नहीं आएंगे। प्रतिभा सिंह को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का भी करीब बताया जाता है। उनके पति वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश में छह बार मुख्यमंत्री रहे थे। 26 अप्रैल को उन्हें हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में हो रही बैठक में सीएम पद के नाम पर मुहर लग सकती है।