हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यकारणी के सदस्य व् पूर्व उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश खादी एवं ग्राम उद्योग रमेश चौहान ने हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री के बयान को बहुत ही हास्यप्रद व असंगत करार दिया !उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग तभी पंचायती राज चुनाव की तिथि तय कर सकेगा जब सरकार व विभाग सारी औपचरिकताए जिसमे रोस्टर भी शामिल है पूरी कर आयोग को सूचित करेगा ! एक तरफ तो चुनाव की तिथियां तय करने की लिए मंत्री महोदय चुनाव आयोग पर बात डाल रहे है और दूसरी तरफ स्वयं कह रहे हैं की अभी तक रोस्टर तैयार ही नही ! जब तक रोस्टर तैयार नही होगा चुनाव की तिथियां कैसे तय हो सकती है ! अभी मुख्यमंत्री व मंत्री शिलान्यास व उद्घाटनो मै व्यस्त है ताकि लोगो को झूठे सपने दिखाकर प्रभावित किया जा सके !
हिमाचल प्रदेश क़े वरिष्ठ व विपक्ष क़े नेता श्री मुकेश अग्निहोत्री ने कुछ भी गलत नही कहा की पंचायतो के रोस्टर जब भी जिस जिस जिला मे घोषणा हो पूरी पारदर्शता के साथ घोषणा की जाये ! जिसमे पिछले दो चुनाव मे जब से रोस्टर लागु कर रहे हैं किस किस और कौन कौन सा पद किस किस वर्ग की लिए आरक्षित था तथा 2011 की जनगणना की हिसाब से अब किस वर्ग की लिए आरक्षित होना है ! ये भी साथ मे घोषणा व प्रकशित करे की इस वर्ष क़े चुनाव मे जिस वर्ग क़े लिए आरक्षण हुआ वो जनगणना क़े हिसाब से किस क्रम संख्या पर आता है !
रमेश चौहान ने कहा की सरकार की बदनीयती पर लोगों को पूर्ण रूप से शक है क्यूंकि पंचायतों की विभाजन की वक्त किसी भी मापदंड का ध्यान नही रखा ! केवल उन्ही पंचायतों का विभाजन किया जहाँ पर भाजपा को लगता है की यहाँ उनकी पकड़ बन सकती है ! आज भी 100 से ज्यादा पंचायतें ऐसी हैं जो क्षेत्रफ़ल व जनसँख्या के हिसाब से विभाजित होनी तर्कसंगत थी परन्तु सरकार के प्राथमिकता कुछ और थी ! रही बात न्यायालय मे जाने की उसके लिए मंत्री महोदय की सलाह की जरुरत नही है ! अगर सरकार क़े दबाव मे आकर कोई भी अधिकारी रोस्टर मे हेराफेरी करेगा तो उसे बक्शा नही जायेगा ! सरकार इस समय कोरोना महामारी को रोकने मे पूर्ण रूप से विफल रही है जिसकी वजह से सरकार क़े हाथ पावों फूले हुए हैं जिसकी वजह से आज इनके मंत्री व नेता घबराहट मे उल – जलूल बयान बाजियां केर रहे हैं !