डॉ वाईएस परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय,नौणी ने बुधवार को प्रकाशन,साहित्यिक चोरी और रिसर्च मेटरिक्स मेट्रिक्स पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया।
एसोसिएशन ऑफ एग्रीकल्चरल लाइब्रेरियन एंड डॉक्यूमेंटलिस्ट ऑफ इंडिया के सहयोग से विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के
अंतर्गत इस वेबिनार का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर नौणी विवि के कुलपति डॉ परविंदर कौशल मुख्य अतिथि रहे। विश्वविद्यालय के एनएएचईपी (आईडीपी) परियोजना के समन्वयक डॉ केके रैना ने मुख्य अतिथि और मुख्य
वक्ता एनआईटी वारंगल के लाइब्रेरियन, डॉ के वीरंजन्यालु का स्वागत किया। डॉ कौशल ने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि यह विषय शैक्षणिक संस्थानों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण
है और छात्रों और शोधकर्ताओं को इसके बारे में नियमित रूप से अवगत कराने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शोधकर्ता अच्छे पत्रिकाओं में लिखने के लिए मौजूदा
समय का उपयोग कर सकते हैं ताकि वैश्विक रैंकिंग में सुधार हो सके।
डॉ वीरंजनानुलु ने एक अच्छा पेपर लिखने और इसे गुणवत्ता पत्रिकाओं में प्रकाशित करने के बारे में एक विस्तृत प्रस्तुति दी। वेबिनार के दौरान प्रकाशनों, सॉफ्टवेयर टूल्स, प्रशस्ति पत्र
विश्लेषण, साहित्यिक चोरी और इससे कैसे बचें के बारे में भी जानकारी दी गई। इस वेबिनार में निदेशक अनुसंधान डॉ राकेश गुप्ता, डीन डॉ एमएल भारद्वाज, डॉ वाईसी गुप्ता और
डॉ भूपेंद्र गुप्ता; डॉ कुलवंत राय, डॉ केके कांडपाल, सीटीओ आईसीएआर आईवीआरआई, डॉ कैलाश डी टंडेल, लाइब्रेरियन, एनएयू नवसारी, यशोदा नेगी, सहायक लाइब्रेरियन और
कई विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिक और छात्र उपस्थित रहे।