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सर गर्म रहने पर ही लोग आत्महत्या करने पर हो जाते हैं मजबूर : योग भारती संस्थापक श्री निवास मूर्ती

स्वास्थ्य रहने का मूल मंत्र हाथ पैर गर्म पेट नरम और  सर ठंडा 

सोलन में योग भारती द्वारा आज योग के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया  जिसका प्रसारण दर्शकों तक लाईव किया गया | योग भारती के संस्थापक श्री निवास मूर्ती ने प्रदेश वासियों को शरीर को ठीक रखने के लिए विभिन्न योग मुद्राओं की जानकारी दी | उन्होंने बताया कि योग को हमें अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए क्योंकि अगर हम योग को प्रतिदिन करते है तो रोग हमें छू भी नहीं सकते है  और कोई भी अस्वस्थ्य व्यक्ति योग के माध्यम से ठीक हो सकता है | उन्होंने बताया कि आधुनिक खान पान की वजह से हम कई रोगों को  जाने अनजाने में आमंत्रित कर लेते है लेकिन उन्हें बिना दवा के  केवल योग के द्वारा ही दूर किया जा सकता है | 
  योग भारती के संस्थापक श्री निवास मूर्ती  ने विभिन्न योगों की जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य रहने का मूल मंत्र हाथ पैर गर्म पेट नरम और  अगर सर ठंडा   है अगर यह सब ठीक है तो रोग हम से कोसों दूर रहेगा | लेकिन अगर  ऐसा नहीं  रहता है तो  रोग हमारे शरीर पर हावी हो जाएंगे | उन्होंने कई योगो की जानकारी दी जो हमारे शरीर को ठीक रखने में सहायक होते है | उन्होंने कहा कि अगर शरीर ठीक है और सर गर्म है तो व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान रहेगा और आत्महत्या करने में भी नहीं झिझकेगा | इस लिए हमें इन विकारों को दूर रखने के लिए रोज़ योग करना चाहिए | योग रोग को जड़ से समाप्त कर देगा | 
बाईट    योग भारती के संस्थापक श्री निवास मूर्ती