एक सप्ताह बाद एंबुलेंस में स्टाफ को बदला जाएगा। मोबाइल एंबुलेंस खरीदने का मामला कैबिनेट की बैठक में लाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस योजना के शुरू होने से जहां मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में मरीजों का कम भार पड़ेगा, वहीं लोगों को घर-द्वार पर बेहतर सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बजट भाषण में मोबाइल एंबुलेंस चलाने की घोषणा की है। स्वास्थ्य विभाग करीब 70 मोबाइल एंबुलेंस खरीदने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इनमें रूटीन की टेस्ट के अलावा वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध होगी। मुख्यालय में लोगों की समस्याओं और जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जा सकेगा। एनएचएम के निदेशक हेमराज बैरवा ने बताया कि योजना को शुरू करने का प्लान तैयार हो रहा है। यह मामला कैबिनेट में जाएगा।
घटनास्थल पर भी जाएगी मोबाइल एंबुलेंस
हिमाचल में अगर कोई वाहन हादसा हो जाता है तो ऐसी स्थिति में इन मोबाइल एंबुलेंस को मौके पर भी भेजा जा सकेगा, जिससे मौके पर घायलों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके।
सरकार की इस योजना से लोगों को घर-द्वार बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलेगी। विभाग को इसका प्रारूप तैयार करने को कहा है। इस योजना के शुरू होने से अस्पतालों पर मरीजों का कम भार पड़ सकता है