HIMACHAL: बिना वर्दी पहने 12वीं कक्षा पास कर जाएंगे विद्यार्थी

स्कूलों में विद्यार्थियों को मिलने वाली निशुल्क वर्दी का समय पर वितरण न होने से विद्यार्थियों और सरकार दोनों को नुकसान उठाना पड़ेगा। जो विद्यार्थी दस जमा दो में पढ़ते हैं, उनकी वार्षिक परीक्षाएं शुरु होने को हैं, लेकिन अभी तक उन्हें वर्दी उपलब्ध नहीं हो पाई है।

हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में विद्यार्थियों को मिलने वाली निशुल्क वर्दी का समय पर वितरण न होने से विद्यार्थियों और सरकार दोनों को नुकसान उठाना पड़ेगा। जो विद्यार्थी दस जमा दो में पढ़ते हैं, उनकी वार्षिक परीक्षाएं शुरु होने को हैं, लेकिन अभी तक उन्हें वर्दी उपलब्ध नहीं हो पाई है। 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा देने वाले यह विद्यार्थी परीक्षाओं के बाद उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न महाविद्यालयों में दाखिला लेने निकल जाएंगे। ऐसे में परीक्षा के मध्य में अगर वर्दी मिलती भी है तो वह किस काम की होगी। 

कक्षा छठी से लेकर दसवीं तक वितरित की जाने वाली स्कूली वर्दियों का साइज और ग्यारहवीं-बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को वितरित की जाने वाली वर्दियों का साइज अलग-अलग रहता है। ऐसे में दसवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थी कुछ दिनों के बाद ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ाई करेंगे। दसवीं के विद्यार्थियों को मिलने वाली कम साइज की यह वर्दियां ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए साइज में कम पड़ जाएंगी। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को वर्दी के दो-दो सेट और किताबें निशुल्क दी जाती हैं। कोविड-19 के कारण वर्ष 2021-22 में वर्दियों का वितरण नहीं हो पाया। 

निशुल्क लैपटॉप का भी यही हाल
प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की तरफ से बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को निशुल्क लैपटॉप वितरित करने की योजना भी अधर में लटकी है। कई विद्यार्थी वर्तमान में कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें लैपटॉप नहीं मिले।

जनवरी माह में विभिन्न शिक्षा खंडों से वर्दी के सैंपल लेकर जांच के लिए शिमला मुख्यालय भेजे गए थे। ताकि इनकी संबंधित लैब में टेस्टिंग हो पाए, लेकिन लैब से रिपोर्ट न मिलने के कारण इसमें देरी हुई है। सूचना मिली है कि अब लैब से टेस्टिंग रिपोर्ट आ गई है। -दिलबरजीत चंद्र, उपनिदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग हमीरपुर।