कंप्यूटर इंजीनियरिंग की ओर सूबे के युवाओं का रुझान इस लिए भी बढ़ा है, क्योंकि प्रदेश में अब क्लर्क के पदों पर जेओए-आईटी की भर्ती की जा रही है, जबकि जेओए-आईटी में भरे जाने वाले पदों के लिए कंप्यूटर का सर्टिफिकेट या डिग्री होना अनिवार्य किया है।
सूबे के बहुतकनीकी संस्थानों में कंप्यूटर इंजीनियरिंग को लेकर विद्यार्थियों में क्रेज बढ़ रहा है। सूबे के 16 बहुतकनीकी संस्थानों में अब कंप्यूटर इंजीनियरिंग विषय से संबंधित मात्र पांच ही सीटें शेष बची हैं, जबकि दूसरी ओर इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग करने में युवाओं का क्रेज कम हुआ है।
कंप्यूटर इंजीनियरिंग की ओर सूबे के युवाओं का रुझान इस लिए भी बढ़ा है, क्योंकि प्रदेश में अब क्लर्क के पदों पर जेओए-आईटी की भर्ती की जा रही है, जबकि जेओए-आईटी में भरे जाने वाले पदों के लिए कंप्यूटर का सर्टिफिकेट या डिग्री होना अनिवार्य किया है। मौजूदा समय में सरकारी क्षेत्र में 16 स्थानों पर बहुतकनीकी कॉलेज चल रहे हैं।
इनमें से शिमला में दो, ऊना, सिरमौर और कांगड़ा जिले में चल रहे संस्थानों में मात्र एक-एक सीट संबंधित विषय की रिक्त सीटें स्पॉट काउंसलिंग के लिए रखी गई थी। वहीं दूसरी ओर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग में स्पॉट काउंसलिंग के लिए अभी भी 105 सीटें रिक्त दर्शाई गई हैं।
इनमें से रोहडू में 26, कंडाघाट में 19, कांगड़ा में आठ, ऊना में 13 और चंबा जिला में चल रहे बहुतकनीकी कॉलेज में 39 सीटें अभी भी संबंधित विषय की रिक्त पड़ी हुई हैं, जबकि 27 सितंबर को हुई स्पॉट काउंसलिंग में कुछ सीटें भरी भी गई हैं।
निदेशक विवेक चंदेल ने बताया कि बहुतकनीकी संस्थानों में कंप्यूटर इंजीनियरिंग कोर्स की सीटें कम ही बची हैं। बची सीटों के लिए स्पॉट काउंसलिंग के माध्यम से भरा जा रहा है।