इसी हाईवे पर चंडी मंदिर में टोल प्लाजा पहले से सुचारु है। दोनों टोल प्लाजा की दूरी को देखते हुए केंद्रीय मंत्री के बयान के मुताबिक एक टोल प्लाजा हटाया जा सकता है। इसके लिए तीन माह का समय तय किया है। अब कौन से टोल प्लाजा का दायरा आगे बढ़ाया जाएगा, इस बारे में एनएचएआई ही तय करेगा। हालांकि, भविष्य में सोलन से कैथलीघाट फोरलेन के दूसरे चरण में भी शोघी के समीप टोल प्लाजा प्रस्तावित है। मंत्री के बयान के अनुसार कालका से शिमला के बीच एक ही टोल प्लाजा लगना तय है। कालका से शिमला के बीच करीब 100 किलोमीटर की दूरी है। ऐसे में इसके बीच एक ही प्लाजा लगेगा। एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर इंजीनियर एसके शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार से जो भी आदेश होंगे, उनका पालन किया जाएगा।
सनवारा टोल पर ये है वर्तमान दरें
रनछोर कंपनी के टोल कलेक्शन में कार-जीप का एक तरफ का शुल्क 55 रुपये हैं। डबल फेयर 85 रुपये वसूला जाता है। लाइट कॉमर्शियल व्हीकल, लाइट गुड्स व्हीकल और मिनी बस के लिए 90 रुपये, बस-ट्रक (टू एक्सेल) 190 रुपये, थ्री एक्सेल कॉमर्शियल व्हीकल के 210 रुपये, हैवी कंस्ट्रक्शन मशीनरी के 300 रुपये लिए जाते हैं। सनवारा टोल प्लाजा पर फास्टैग से यह शुल्क लगता है, लेकिन फास्टैग न होने की स्थिति में दोगुना टोल वसूला जाता है। इसका लोग लगातार विरोध भी करते हैं।
रोजाना गुजरते हैं हजारों वाहन
हाईवे पर रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। पर्यटकों का भी लगातार आना-जाना प्रदेश में लगा रहता है। वीकेंड पर कई बार सनवारा टोल प्लाजा में जाम की स्थिति बनती है। लोगों ने भी कई बार इस टोल को हटाने का विरोध किया है। धर्मपुर, जाबली समेत आसपास के लोग इस जारी बयान के बाद राहत मिलने का कयास लगाकर बैठे हैं। सुरेश, गुरिश, महेंद्र, अमित कपिल समेत अन्य लोगों ने सरकार से आग्रह किया है कि सनवारा टोल को हटाकर लोगों को बड़ी राहत दी जाए।