हिमाचल का पर्यटन उद्योग, जहाँ कारोबारियों ने करोड़ों रूपये निवेश कर अपना व्यवसाय आरम्भ किया था | लेकिन कोरोना के दुसरे दौर ने पर्यटन विभाग की चूलें हिला दी है | होटल जो पहले पर्यटकों से गुलज़ार हुआ करते थे होटलों की ऑनलाइन बुकिंग चला करती थी | होटलों में कमरा बुक करवाना एक बड़ी चुनौती हुआ करता था वह होटल आज खाली और सुनसान पड़े है | कभी कबार मजबूरी में फंसे एक दो ग्राहक ही होटलों का रुख कर रहे हैं | पर्यटकों के न आने की वजह से आय शून्य हो चली है | होटलों को चलाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है | अब होटल व्यवसायियों की उम्मीदें भी जवाब देने लगी है और उनके सब्र का बाँध भी टूटने की कगार पर है |
सोलन के प्रसिद्ध होटल के प्रभारी शशिकांत पांडे ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हिमाचल में लॉक डाउन लगेगा या नहीं लेकिन पर्यटन उद्योग के लिए हिमाचल मेंअघोषित लॉकडाउन लग चुका है क्योंकि पड़ोसी राज्यों में लॉकडाउन लग चुका है | जिसके चलते पर्यटक हिमाचल का रुख नहीं कर रहे हैं | जो यहाँ आना चाहते है वह कोरोना टैस्ट नहीं करवाना चाहते बिना कोविड टैस्ट के होटलों में वह ठहर नहीं सकते इस लिए उनके होटलों के कमरे बिलकुल खाली पड़े हैं | ज़्यादा तर शादियां रद्द हो चुकी है | स्थानीय लोग दहशत की वजह से रेस्टोरेंट में भी आना पसंद नहीं कर रहे हैं | यही वजह है की आय शून्य हो चुकी है | कर्मचारियों के वेतन और बिजली पानी के बिलों के खर्चे निकालने बेहद मुश्किल हो चुके है | जिसे देख कर ऐसा लगता है कि अब जल्द ही कर्मचारियों की नौकरियां भी छीनने वाली है |