Himachal Weather: हिमाचल में भारी बारिश का अलर्ट, शिमला में भूस्खलन से वाहनों को नुकसान

प्रदेश में पांच दिनों तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है प्रदेश की राजधानी शिमला में भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। कई गाड़ियां भी मलबे में दब गईं।

भूस्खलन से शिमला में गाड़ियों को नुकसान।

हिमाचल प्रदेश में पांच दिनों तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से प्रदेश में 24 सितंबर को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में 28 सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहने के आसार हैं। वहीं, प्रदेश की राजधानी शिमला में भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। कई गाड़ियां भी मलबे में दब गईं।

शुक्रवार सुबह शहर की खलीनी से टूटीकंडी सड़क पर रामनगर के पास पेड़ गिरने से बंद वाहनों की आवाजाही ठप रही। इससे काफी समय तक ट्रैफिक जाम रहा। स्थानीय लोगो व पर्यटकों को परेशानी झेलनी पड़ी। ढली के इंद्रनगर क्षेत्र में भूस्खलन के चलते सड़क किनारे खड़ी कार मलबे में दब गई। वहीं बीती रात शिमला के रोहड़ू में 35.4, कसौली 32.0, और नारकंडा में 27.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।  प्रदेश में जगह-जगह भूस्खलन से शुक्रवार सुबह 10 बजे तक 48 सड़कें बाधित थीं। 320 बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित हैं।

न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 15.0, सुंदरनगर 19.4, भुंतर 17.7, कल्पा 9.5, धर्मशाला 17.2, ऊना 20.5, नाहन 19.3, केलांग 7.4, पालमपुर 17.6, सोलन 18.0, मनाली 12.6, कांगड़ा 19.3, मंडी 20.2, बिलासपुर 19.5, हमीरपुर 21.0, चंबा 17.7, डलहौजी 15.6, जुब्बड़हट्टी 17.0, कुफरी 13.3, नारकंडा 10.2, कोटखाई 15.3, रिकांगपिओ 13.5, पांवटा साहिब 23.0 और सराहन में 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

इन जिलों में बाढ़ का जोखिम
मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला में 24 सितंबर के लिए अचानक बाढ़ का जोखिम जताया है।