प्रदेश में 19 से 25 सितंबर तक के सप्ताह में प्रदेश में सामान्य से 92 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई। इस अवधि में 29 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। इस वर्ष 55 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई।
हिमाचल प्रदेश में नवरात्र शुरू होते ही बारिश और बर्फबारी का दौर थम गया है। आज प्रदेश के अधिकतर भागों में धूप खिली है। इस सप्ताह के अंत तक प्रदेश से दक्षिण पश्चिम मानसून के विदा होने का पूर्वानुमान है। आगामी दिनों में बारिश में कमी आने की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 1 अक्तूबर तक मौसम साफ रहने की संभावना जताई है। इस दौरान एक-दो भागों में बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज होने के आसार हैं। करीब दो सप्ताह बाद राजधानी शिमला में धूप खिली है।
प्रदेश प्रदेश में बीते दिनों हुई भारी बारिश से मंगलवार सुबह 10:00 बजे मक 159 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। 141 बिजली ट्रांसफार्मर भी बंद बाधित हैं। शिमला में 92 सड़कें ठप हैं। 137 बिजली ट्रांसफार्मर और 35 पेयजल योजनाएं शिमला में ही बंद हैं। इसके अलावा सिरमौर व चंबा में 20-20, कांगड़ा 14, कुल्लू 10 और किन्नौर और बिलासपुर में एक-एक सड़क बंद है। शिमला में तीन कच्चे मकान और दो गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। कल्पा में न्यूनतम तापमान 7.0, केलांग में 5.0 और मनाली में 10.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। सोमवार को ऊना में अधिकतम तापमान 32.5, धर्मशाला में 26.0 और शिमला में 22.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
बीते सप्ताह सामान्य से 92 फीसदी अधिक बरसे बादल
प्रदेश में 19 से 25 सितंबर तक के सप्ताह में प्रदेश में सामान्य से 92 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई। इस अवधि में 29 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। इस वर्ष 55 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। जिला सिरमौर में सबसे अधिक सामान्य से 221, ऊना में 195, शिमला में 189, कुल्लू में 141, सोलन में 135, चंबा में 109, किन्नौर में 84, बिलासपुर में 61, हमीरपुर में 19, कांगड़ा में 24, मंडी में 46 और लाहौल-स्पीति में 32 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि सितंबर में अभी तक सामान्य से 16 फीसदी अधिक बारिश हुई है। इससे पहले वर्ष 2021 और 2018 में भी सामान्य से अधिक बारिश सितंबर में रिकॉर्ड हुई थी। मानसून सीजन में अभी तक सामान्य से दो फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है। एक जून से 26 सितंबर तक प्रदेश में 715 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। इस अवधि में 729 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 और 2018 में मानसून सामान्य रहा था। इस बार भी मानसून के सामान्य रहने के आसार हैं।