139 लाख यूनिट को बैंकिंग पर दिया जा रहा है। शेष 322 लाख यूनिट बिजली से प्रदेश की जरूरतों को पूरा किया जा रहा है।
चिलचिलाती गर्मी से जूझ रहे पंजाब और दिल्ली को हिमाचल बिजली सप्लाई देकर राहत पहुंचा रहा है। दिल्ली की दो कंपनियों सहित पंजाब को हिमाचल प्रदेश से बैंकिंग पर रोजाना 139 लाख यूनिट बिजली सप्लाई दी जा रही है। सर्दियों के मौसम में हिमाचल दोनों राज्यों से इस सप्लाई को ब्याज सहित वापस लेगा। इन दिनों बिजली उत्पादन बढ़ने के बाद भी हिमाचल सिर्फ अपनी डिमांड ही पूरी कर पा रहा है।
प्रदेश में इन दिनों रोजाना करीब 330 लाख यूनिट बिजली की जरूरत है, जबकि प्रदेश को विभिन्न परियोजनाओं से कुल 416 लाख यूनिट बिजली प्राप्त हो रही है। प्रदेश की बिजली परियोजनाओं में उत्पादन 90 फीसदी तक पहुंच गया है। गर्मी बढ़ने से बिजली परियोजनाओं में पानी की मात्रा बढ़ गई है। बिजली बोर्ड को अपनी परियोजनाओं से रोजाना 79 लाख यूनिट बिजली प्राप्त हो रही है।
निजी परियोजनाओं से प्रदेश को 127 लाख यूनिट, पावर कारपोरेशन के सावड़ा कुड्डू और काशंग प्रोजेक्ट से 13 लाख यूनिट और केंद्रीय शेयर से 242 लाख यूनिट बिजली की रोजाना सप्लाई मिल रही है। इस कुल 461 लाख यूनिट में से 139 लाख यूनिट को बैंकिंग पर दिया जा रहा है। शेष 322 लाख यूनिट बिजली से प्रदेश की जरूरतों को पूरा किया जा रहा है।