इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) टांडा, सिविल और जोनल अस्पतालों से कुछेक डॉक्टरों को इन कॉलेजों में सेवाएं देने के लिए शिफ्ट किया जाएगा। इसके अलावा पीजी करके लौटे विशेषज्ञ डॉक्टरों को भी सप्ताह के भीतर इन कॉलेजों में ड्यूटी ज्वाइन करने को कहा है।
हिमाचल के हमीरपुर, नाहन और चंबा मेडिकल कॉलेज को विशेषज्ञ डॉक्टर मिलेंगे। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) टांडा, सिविल और जोनल अस्पतालों से कुछेक डॉक्टरों को इन कॉलेजों में सेवाएं देने के लिए शिफ्ट किया जाएगा। इसके अलावा पीजी करके लौटे विशेषज्ञ डॉक्टरों को भी सप्ताह के भीतर इन कॉलेजों में ड्यूटी ज्वाइन करने को कहा है। ज्वाइनिंग की रिपोर्ट सरकार को भी देनी होगी। मरीजों को मेडिकल कॉलेजों में बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए यह फैसला लिया गया है। हिमाचल में छह मेडिकल कॉलेज हैं। इसमें आईजीएमसी, टांडा, नेरचौक, हमीरपुर, चंबा और नाहन मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।
टांडा और आईजीएमसी में डॉक्टरों का सरप्लस स्टाफ बताया जा रहा है। ऐसे में इनमें से कुछ डॉक्टरों को इधर-उधर किया जाना है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इन कॉलेजों में आधारभूत ढांचा विकसित किया जा रहा है। ऐसे में इनमें डॉक्टरों की जरूरत है। यहां लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया होने से आईजीएमसी और टांडा में मरीजों का कम भार पड़ेगा। डॉक्टरों के रिक्त पदों को लेकर इन जिलों के प्रतिनिधिमंडल सचिवालय में मंत्री और अधिकारियों से भी मिल रहे हैं। प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पांडा ने बताया कि मेडिकल कॉलेजों में विशेषज्ञ डॉक्टर भेजे जा रहे हैं। हाल ही में पीजी कर लौटे कुछेक डॉक्टरों को हमीरपुर, नाहन और चंबा भेजने के आदेश जारी किए गए हैं। अभी और विभागों के डॉक्टर भी भेजे जाने हैं।