हिमाचल का महाक्विज का दूसरा राउंड मंगलवार को जिला मुख्यालय के नजदीकी एक होटल में शुरू किया गया। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के उद्योग परिवहन श्रम एवं रोजगार मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए महा क्विज के दूसरे राउंड का शुभारंभ किया। इस मौके पर उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जन भागीदारी से सुशासन के तहत शुरू की गई ऐसी योजना का उद्देश्य लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से अवगत करवाना है ताकि इन योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जा सके। इस मौके पर उद्योग मंत्री ने प्रदेश कांग्रेस को भी जमकर निशाने पर लेते हुए मौजूदा कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे पर कटाक्ष किया। वहीं प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी पर भी पलटवार किया।
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा जनभागीदारी से सुशासन योजना के तहत आयोजित किए जा रहे हैं महाक्विज का दूसरा राउंड मंगलवार को जिला मुख्यालय के नजदीक एक निजी होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शुरू किया गया। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश के उद्योग परिवहन श्रम एवं रोजगार मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए उद्योग विभाग से जुड़े महाक्विज के दूसरे राउंड का आगाज किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करने पहुंचे उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा प्रदेश सरकार ने विभिन्न विभागों की जनकल्याणकारी नीतियों को जन जन तक पहुंचाने के लिए जन भागीदारी से सुशासन योजना के तहत प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया है। इसके तहत एक तरफ जहां प्रतियोगिता के विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार सरकार द्वारा दिए जाएंगे। वहीं सरकार की बेहतरीन योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में भी काफी सहायता मिलेगी।
उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का मौजूदा ढांचा कांग्रेस की बदहाली को खुद ही बयां कर रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल की ऐसी संरचना नहीं होती कि एक प्रदेश अध्यक्ष के साथ अन्य चार प्रदेश अध्यक्षों को खड़ा किया जाए, लेकिन कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में इस प्रकार का ढांचा खड़ा करते हुए यह साबित कर दिया है कि आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश से भी कांग्रेस गायब होने वाली है। प्रदेश कांग्रेस द्वारा कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार पर किए जा रहे लगातार हमलों का जवाब देते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार भाजपा की है और पेपर लीक मामले में तभी कार्रवाई संभव हो पाई है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होती तो इस मामले को कभी सामने ही न आने दिया जाता।