भारतीय जनता पार्टी के सांसद और बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बुधवार को लोकसभा में बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। जायसवाल ने नीलम देवी हत्याकांड से लेकर सीमांचल के स्कूलों में शुक्रवार को होने वाली छुट्टी का मुद्दा उठाया।
पटना: बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और बेतिया सांसद डॉ संजय जायसवाल ने लोकसभा के शून्यकाल में किशनगंज, पूर्णिया, अररिया अन्य क्षेत्रों में शुक्रवार को स्कूलों के बंद रहने का मामला उठाया। इसके अलावा भागलपुर के पीरपैंती में शकील मियां नामक एक अपराधी ने नीलम यादव की काटकर हत्या कर दी थी, इसकी जानकारी भी सदन को दी। डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में संविधान की धज्जियां उड़ रही है। बिहार में सभी सरकारी स्कूलों के लिए साफ नियम है कि रविवार को स्कूल बंद होंगे और उर्दू स्कूल शुक्रवार को बंद होंगे। इसपर मेरी आपत्ति नहीं है, लेकिन पूरे सीमांचल क्षेत्र चाहे वह किशनगंज हो, पूर्णिया, अररिया सभी जगहों पर शुक्रवार को ही छुट्टी की जा रही है।
‘उर्दू स्कूल में कोई अल्पसंख्यक बच्चा नहीं, फिर भी शुक्रवार की छुट्टी’
उन्होंने कहा कि भारत सरकार मध्याह्न भोजन शुक्रवार के लिए भी देती है, लेकिन उस दिन बंटता ही नहीं है। यह सीधा-सीधा पैसों का घोटाला है। मैं पूछता हूं कि संविधान से ऊपर व्यक्ति कैसे हो सकता है। संजय जायसवाल ने सदन को यह भी जानकारी दी कि उनके लोकसभा क्षेत्र के मंझरिया में उर्दू स्कूल है। जहां एक भी अल्पसंख्यक बच्चा नहीं पढ़ता है। फिर भी जबरदस्ती वहां शुक्रवार को छुट्टी कराई जा रही है।
‘सीमांचल में साजिश के तहत हो रही शुक्रवार को स्कूलों छुट्टी’
जायसवाल ने कहा कि सीमांचल के क्षेत्र में पूरी साजिश के तहत, एक इलाके में बांग्लादेशी घुसपैठिए के कारण शुक्रवार को ही सभी स्कूलों की छुट्टी कराई जा रही है। उन्होंने आश्चर्य जाहिर करते हुए कहा कि इसपर बिहार सरकार अभीतक पूरी तरह से चुप है। डॉ संजय जायसवाल ने सदन को यह भी जानकारी दी कि भागलपुर के पीरपैंती में भी नीलम देवी की जघन्य हत्या हुई है।