हिमाचल के चंबा की महिला पर हरियाणा में हनीट्रैप से ब्लैकमेलिंग का आरोप लगा है। घटना देवभूमि के सीमांत क्षेत्र कालाअंब से जुड़ी है। हरियाणा के एक भाजपा नेता ने हनीट्रैप (Honey Trap) के जरिये फंसाने शिकायत दर्ज करवाई है। मामला यमुनानगर (Yamunanagar) जिला से जुड़ा है। बता दे कि हिमाचल के कालाअंब से हरियाणा के यमुनानगर जिला की सीमा लगती है।
कालाअंब से करीब 25 किलोमीटर दूर बिलासपुर में भाजपा के मंडल मंत्री दीपक भारद्वाज ने ब्लैकमेल करने का आरोप महिला पर लगाया है। आरोप हिमाचल प्रदेश के चंबा जनपद के गांव जसोरगढ़ निवासी महिला सहित पांच लोगों पर लगा है। परेशान होकर भाजपा नेता ने पुलिस को शिकायत दी है, पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि साजिश सिरमौर से रची गई।
हिंदी समाचार पत्र दैनिक जागरण के हवाले से सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक दीपक भारद्वाज ने पुलिस को बताया कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के कालाअंब स्थित सलानी रिसोर्ट के मैनेजर राजेश ठाकुर के पास उसका आना जाना था। कुछ समय पश्चात राजेश ठाकुर ने उसे उमा ठाकुर नाम की महिला से मिलवाया।
पीड़ित ने बताया कि रिसोर्ट के मैनेजर राजेश ठाकुर उसे बताया कि वो शादीशुदा महिला है,पति से अनबन की वजह से पांवटा साहिब में उसके पास रह रही है। इसके बाद वो भी उमा से बातचीत करने लगा, उसके दोस्ताना संबंध बन गए। अक्सर ही फोन पर उमा से बातचीत होती थी,ये सिलसिला दो साल तक चलता रहा।
कालाअंब से करीब 25 किलोमीटर दूर बिलासपुर में भाजपा के मंडल मंत्री दीपक भारद्वाज ने ब्लैकमेल करने का आरोप महिला पर लगाया है। आरोप हिमाचल प्रदेश के चंबा जनपद के गांव जसोरगढ़ निवासी महिला सहित पांच लोगों पर लगा है। परेशान होकर भाजपा नेता ने पुलिस को शिकायत दी है, पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि साजिश सिरमौर से रची गई।
हिंदी समाचार पत्र दैनिक जागरण के हवाले से सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक दीपक भारद्वाज ने पुलिस को बताया कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के कालाअंब स्थित सलानी रिसोर्ट के मैनेजर राजेश ठाकुर के पास उसका आना जाना था। कुछ समय पश्चात राजेश ठाकुर ने उसे उमा ठाकुर नाम की महिला से मिलवाया।
पीड़ित ने बताया कि रिसोर्ट के मैनेजर राजेश ठाकुर उसे बताया कि वो शादीशुदा महिला है,पति से अनबन की वजह से पांवटा साहिब में उसके पास रह रही है। इसके बाद वो भी उमा से बातचीत करने लगा, उसके दोस्ताना संबंध बन गए। अक्सर ही फोन पर उमा से बातचीत होती थी,ये सिलसिला दो साल तक चलता रहा।