वैसे तो बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है। मगर पीनेवाले अपना इंतजाम कर ही लेते हैं। कई बार पकड़े भी जाते हैं। दूसरे प्रदेश के लोग जब बिहार से गुजरते हैं, तो नियम की जानकारी नहीं होने की वजह से मुसीबत में पड़ जाते हैं। जेल की हवा खानी पड़ती है। कैदियों की संख्या बढ़ जाने की वजह से उन्हें रखना भी अपने आप में चुनौती बन जाता है। ऐसे बंदियों के लिए समस्तीपुर में VIP हाजत बनाया गया है।
समस्तीपुर : हाजत का नाम सुनते ही बदबू, गंदा, मच्छर-मक्खी की तस्वीर उभरकर सामने आती है। मगर बिहार में एक VIP हाजत बनाया गया है। बिल्कुल लग्जरी होटल की तरह। जिसमें AC लगा हुआ है। बैठने के लिए चार-चार सोफा है। नाश्ते और खाने के लिए सेंटर टेबल है। खिड़की और दरवाजे पर चमचमाता पर्दा लगा हुआ है। पंखा, टाइल्स, मार्बल की तो पूछिए ही मत। वॉशरूम भी एकदम चकाचक। इसकी बस एक ही शर्त है कि आपको VIP शराबी होना है। मतलब की रुतबे वाला पियक्कड़। हर शराबी के नसीब में ये VIP हाजत नहीं आनेवाला।
स्पेशल हाजत में शराबियों को होटल जैसी सुविधा
समस्तीपुर में वीआईपी शराबियों के लिए वीआईपी हाजत बनाया गया है। इस स्पेशल हाजत में होटलों जैसी सुविधा मिलेगी। सोने के लिए एसी कमरा बनाया गया है। अगर आप वीआईपी हैं यानी अधिकारी, जनप्रतिनिधि हैं और आप शराब के नशे में उत्पाद विभाग के हत्थे चढ़े हैं तो घबराने की कोई बात नहीं। उत्पाद विभाग आपको 24 घंटे तक होटलों जैसी सुख-सुविधा प्रदान करेगी। उत्पाद विभाग के थाने में वीआईपी हाजत बनाया गया है, जहां होटलों जैसा एसी कमरा है, जिसमें दो सुंदर पलंग लगाए गए हैं। साथ ही बैठने के लिए सोफा की भी व्यवस्था की गई है। नए वीआईपी हाजत का उद्घाटन शनिवार को उत्पाद अधीक्षक एसके चौधरी ने किया।
सरकारी कर्मचारी, जनप्रतिनिधि और संभ्रांत को सुविधा
उत्पाद अधीक्षक एसके चौधरी ने बताया कि वीआईपी व्यक्तियों को 24 घंटा रखने के लिए वीआईपी हाजत का निर्माण कराया गया है। ये व्यवस्था मुख्यालय के आदेश पर किया गया है। इसमें सरकारी कर्मी, जनप्रतिनिधि सहित समाज के वैसे संभ्रांत व्यक्ति जो शराब पीते पकड़े जाते हैं तो उन्हें रखने के लिए वीआईपी हाजत का निर्माण किया गया है। जिसमें दो बेड, सोफा, टेबल और दूसरे चीजों की व्यवस्था की गई है। साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए वीआईपी हाजत के गेट पर एक ट्रेंड डॉग रखा गया है। डॉग को रखने के लिए भी कॉटेज का निर्माण गेट के पास ही किया गया है।
पियक्कड़ के घर पर ‘मैं शराबी हूं’ का पोस्टर
एसके चौधरी ने बताया कि समस्तीपुर में शीघ्र ही पियक्कड़ों के घर पर एक पोस्टर चिपकाए जाएगा। जिसमें मैं पियक्कड़ हूं लिखा रहेगा। साथ ही पीने वाले व्यक्ति का पूरा डिटेल भी उस पोस्टर में दर्ज रहेगा ताकि समाज के लोग ये जान सकें कि ये शराबी है और समाज में उसे इज्जत नहीं मिल सके। इससे दूसरे लोग शराब पीने से परहेज करेंगे।
शराब पकड़ने के लिए टेक्नोलॉजी का सहारा
उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में अब तक उत्पाद विभाग ने 18,819 छापेमारी की। जबकि इस दौरान 2432 मामला दर्ज किया गया। अब तक 2980 लोगों को गिरफ्तार किया गया। छापेमारी के दौरान 19239 लीटर देसी शराब के अलावा 138178 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त किया गया। टीम ने 248 गाड़ी और 111 भवन को जब्त किया। शराब मामले में 449 लोगों को सजा दिलाई गई। 761 वाहनों की नीलामी कराई गई। जिससे उत्पाद विभाग को 8 करोड़ 15 लाख 35 हजार 906 रुपए की आय हुई। उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि रोजाना 4 टीम छापेमारी करने जाती है। छापेमारी के दौरान ड्रोन कैमरे के अलावा डॉग स्क्वायड और मोटर बोट का भी सहारा लिया जा रहा।
बिहार के कमोवेश सभी थानों में एक कमरे का हाजत बना होता है। जिसमें गिरफ्तारी के तुरंत बाद वहां आरोपियों को रखा जाता है। इस हाजत में मोटे लोहे का गेट बना होता है। अंदर नित्यक्रिया की सुविधा होती है। इसमें ज्यादा देर तक आरोपियों को नहीं रखा जाता है। 12 से 24 घंटे तक इसमें आरोपी रखे जाते हैं। उसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाता है। यदि स्थिति थाने से जमानत देने वाली होती है, तो उन्हें जमानत दे दी जाती है और हाजत से बाहर कर दिया जाता है।