Delhi News: इस साल भी राष्ट्रीय एकता दिवस स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर धूमधाम से मनाया जाएगा.
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने लक्ष्य ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की ओर लगातार बढ़ रहे हैं. इसी सिलसिले में जन्म हुआ 31 अक्टूबर को मनाए जाने वाले ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ का. 31 अक्टूबर भारत के पहले गृह मंत्री सरदार पटेल की जयंती है. राष्ट्रीय एकता दिवस देश में साल 2014 से धूमधाम से मनाया जाता है. पिछले 8 सालों में इस दिवस को लोगों ने इस तरह स्वीकार किया है कि यह दिन स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की तरह मनाया जाने लगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिवस को ऐसी परंपरा का रूप दे दिया है कि अब भारत का कोई भी भावी प्रधानमंत्री इस उत्सव को मनाना नहीं भूलेगा. राष्ट्रीय एकता दिवस की आधिकारिक शुरुआत साल 2018 में उस वक्त हुई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देश को समर्पित किया था. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और राष्ट्रीय एकता दिवस का संबंध ठीक उसी तरह हो गया जैसे गणतंत्र दिवस का ‘कर्तव्य पथ’ से और स्वतंत्रता दिवस का ‘लाल किले’ से.
आदिवासी बच्चों का बैंड और परेड
सूत्र बताते हैं कि इस साल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर आयोजित होने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस में शामिल होंगे. इस उत्सव में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड भी होगी. इसमें पांच राज्यों की पुलिस परेड करेगी. अंबाजी के म्यूजिकल बैंड के आदिवासी बच्चे रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. यह वही बैंड है जो कभी अंबाजी मंदिर में भिक्षा मांगा करता था. प्रधानमंत्री मोदी जब पिछले महीने अंबाजी दौरे पर थे तो इन बच्चों ने उनके सामने भी कार्यक्रम पेश किया था. उस वक्त पीएम ने उन्हें प्रोत्साहित किया था. राष्ट्रीय एकता दिवस पर रन फॉर यूनिटी भी होगी. इस कार्यक्रम का विचार भी पीएम मोदी ने ही दिया था.