मुंबई. महाराष्ट्र की राजनीति में मंगलवार से ही भूचाल आया हुआ है. शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे ने अपनी पार्टी के खिलाफ ही मोर्चा खोल रखा है और पार्टी के विधायकों को अपने साथ लेकर शिवसेना की अगुवाई वाली महा विकास अघाड़ी सरकार के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं. ANI के मुताबिक एकनाथ शिंदे के पास करीब 33 विधायकों और 7 निर्दलीयों का समर्थन है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी बीच एक अहम खबर यह आई है कि एकनाथ शिंदे के साथ सूरत गए शिवसेना के विधायकों को यात्रा के बहाने गुजरात ले जाया गया.
दरअसल एकनाथ शिंदेके गुट से शिवसेना के उस्मानाबाद विधायक कैलाश पाटिल फरार हो गए हैं. इसके बाद उन्होंने बीती रात असल में क्या हुआ इसकी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि विधायकों से कहा गया कि विधान परिषद का परिणाम आने के बाद साहब ने कल (सोमवार) ठाणे में भोजन के लिए बुलाया है. लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वह साहब कौन था. इसके बाद सभी विधायकों को गुजरात घूमाने के लिए ट्रेन से ले जाया जाने लगा.
लोकमत न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक कैलाश पाटिल ठाणे से गुजरात के लिए ट्रेन में सफर कर रहे थे. लेकिन यात्रा के दौरान उन्हें शक हुआ. तब जाकर उन्हें पूरी साजिश समझ में आई. मुंबई से करीब 40 से 50 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद कैलाश पाटिल समझ गए थे. तब तक ट्रेन मुंबई से 100 किमी से ज्यादा का सफर तय कर चुकी थी.
पेशाब करने के बहाने कैलाश पाटिल ट्रेन से उतरे और फिर भाग गए. मूसलाधार बारिश में चार-पांच घंटे चलने के बाद उन्होंने एक मोटरसाइकिल वाले से लिफ्ट मांगी. इसके बाद वह ट्रैक्टर की मदद से दहिसर पहुंचे. इन सब घटनाओं के बाद कैलाश पाटिल ‘मातोश्री’ गए. वहां उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को संबंधित जानकारी दी. वह अभी ‘वर्षा’ बंगले में रह रहे हैं. उन्होंने शिवसेना की सभी बैठकों में हिस्सा लिया.
वहीं पीटीआई-भाषा के मुताबिक शिवसेना से बगावत कर महाराष्ट्र की एमवीए सरकार को संकट में डालने वाले दर्जनभर से ज्यादा विधायकों को असम ले जाया जा रहा है और उनके बुधवार को गुवाहाटी पहुंचने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार, विशेष विमान बुधवार तड़के गुवाहाटी पहुंच जाएगा. असम में वर्तमान में भाजपा की सरकार है. शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी से बगावत करने के बाद कुछ विधायकों को भाजपा शासित गुजरात में रखा था.