टाटा ग्रुप (Tata Group) को दिसंबर 2021 में लगभग सात दशक बाद उनकी खोई मोहब्बत, एयर इंडिया (Air India) वापस मिली. जेआरडी टाटा (JRD Tata) ने 1932 में एयर इंडिया को खड़ा किया था. उस समय भारत की सबसे पहली एयरलाइन का नाम, टाटा एयरलाइंस (Tata Airlines) था.
ऐसे शुरू हुआ था एयर इंडिया का सफ़र
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जेआरडी टाटा ने सबसे पहले 15 अक्टूबर, 1931 को टाटा एयरलाइंस की पहली उड़ान भरी थी. सिंगल इंजन वाले ‘हैवीलैंड पस मोथ’ हवाई जहाज़ से जेआरडी टाटा इस विमान को अहमदाबाद के रास्ते कराची से मुंबई लेकर पहुंचे.
टाटा एयरलाइंस एयर इंडिया कैसे बनी?
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1946 में जब टाटा एयरलाइंस, टाटा सन्स के एक डिविज़न से बढ़कर एक कंपनी बनी तब इस एयरलाइन को एक नए नाम की ज़रूरत पड़ी. भारत की सबसे पहली एयरलाइन कंपनी के नाम के कई विकल्प सामने आए. इन विकल्पों में से किसी एक नाम का चुनाव होना था. ये नाम थे- इंडियन एयरलाइंस, पैन इंडियन एयरलाइंस, ट्रांस इंडियन एयरलाइंस और एयर इंडिया.
बता दें कि समय-समय पर एयर इंडिया ने असंख्य भारतीयों की मदद की है. और ये बताने के लिए ये वीडियो काफ़ी है.
टाटा कर्मचारियों ने वोट करके चुना था नाम
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टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया नाम से संबंधित दिलचस्प जानकारी ट्वीटर पर शेयर की थी. टाटा मंथली बुलेटिन के अनुसार, एयर लाइन कंपनी, टाटा एयरलाइंस विस्तार पर विचार-विमर्श कर रही थी. टाटा समूह के प्रमुख ने नामों पर वोटिंग करवाया. टाटा के कर्मचारियों को विकल्प दिए गए और उन्हें एक नाम चुनना था.
बॉम्बे हाउस में गैल पोल या सैम्पल ओपिनियन सर्वे रखा गया. वोटिंग पेपर्स बांटे गए. मतदाताओं को किन्हीं दो विकल्पों को चुनने के लिए कहा गया. पहले काउंटिंग में एयर इंडिया को 64, इंडियन एयरलाइंस को 51, ट्रांस इंडियन एयरलाइंस को 28 और पैन इंडियन एयरलाइंस को 19 वोट मिले. फ़ाइनल काउंटिंग में एयर इंडिया को 72 वोट और इंडियन एयर लाइंस को 58 वोट मिले.