पैसे का लालच इंसान को किसी भी हद तक ले जा सकता है। आम आदमी छोड़िए जब धर्म-कर्म से जुड़े लोग इस लालच में फंसते नजर आएं तो नतीजा बेहद बुरा होता है। आज बात ऐसे ही एक मामले की जहां जहां एक बार गर्ल है, एक चर्च का पादरी है और है साजिश करोड़ों की संपत्ति हड़पने की।
बार गर्ल की बड़ी साज़िश
अगर खबरों की मानें पिछले साल नवंबर तक सबकुछ ठीक वैसे ही चलता है जैसे अंजली अग्रवाला नाम की इस लड़की ने चाहा। सारे ऐशो आराम, बंगला, कार, सबकुछ लेकिन अचानक उस आदमी की मौत हो जाती है। शख्स की मौत की वजह बनता है एचआईवी पॉजीटिव होना। अमीर आदमी की मौत इस बार गर्ल के लिए मुसीबत का सबब बन जाती है। इस दौरान ये बार गर्ल अपना काम भी छोड़ देती है। काफी समय से ऐशो-आराम की ज़िंदगी देख रही है ये लड़की किसी भी कीमत पर ये सारे ऐशो आराम नहीं खोना चाहती और इसलिए रचती है एक साजिश।
19 करोड़ की दौलत किसकी
फ्रिंज किश्चियन सोसाइट से ताल्लुक रखने वाली ये लड़की पास ही मौजूद चर्च के एक पादरी को अपनी साजिश में शामिल करती है। शायद पैसो के लालच की वजह से चर्च का पादरी जिसका नाम थॉमस रामुल गोदपवार (Thomas Ramul Godpawar)है, वो अंजली के साथ इस काम में शामिल हो जाता है। दरअसल जिस शख्स की एचआईवी से मौत हुई, वो अपने पीछे 19 करोड़ से ज्यादा की दौलत छोड़कर गया था। बस इस साजिश का मकसद था किसी भी कीमत पर 19 करोड़ की इस दौलत को पाना। पादरी के अलावा इस साजिश का हिस्सा बनता है 37 साल का एक और शख्स महेश कटकर।
चर्च का पादरी भी शामिल
तीनों मिलकर ये साबित करते हैं कि जिस शख्स की मौत हुई है, अंजली अग्रवाल उसकी पत्नी है। इस काम को साबित करने के लिए पादरी थॉमस रामुल अंजली का उस शख्स के साथ फर्जी मैरीज सार्टिफिकेट बनवाता है और ये साबित भी कर दिया जाता है कि अंजली उसकी पत्नी है। अंजली के नाम एक मकान ट्रांस्फर भी हो जाता है। अंजली अमीर बनने का ख्वाब बस पूरा होने ही वाला होता है कि तभी नापुडा पुलिस स्टेशन में बार गर्ल अंजली, पादरी थॉमस और तीसरे शख्स महेश के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज होती है। ये एफआईआर मृत शख्स की मां दर्ज करवाती है।
फर्जी मैरिज सार्टिफिकेट
मृत शख्स की मां शिकायत करती है कि उसके बेटे ने कभी अंजली से शादी की ही नहीं और जो सार्टिफिकेट पेश किया गया है वो पूरी तरह से फर्जी है। मामला अब कोर्ट में पहुंच चुका है। तीनों आरोपियों को सात अक्टूबर तक के लिए पुलिस कस्टडी में भेजा गया है। अगर ये मामला सच साबित होता है तो कई तरह के सवाल उठ सकते हैं कि आखिर कैसे पादरी ने फर्जी मैरिज सार्टिफिकेट तैयार किया? क्या कुछ और लोग भी इस मामले में शामिल हैं। अंजली के नाम ट्रांसफर हुई संपत्ति भी वापस ली जा सकती है।