Bageshwar Dham: मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री दिव्य दरबार लगाते हैं। भक्त यहां तीन तरह के कपड़ों में बांधकर नारियल चढ़ाते हैं।
तीन तरह के कपड़ों में बांधा जाता है नारियल
बागेश्वर धाम आने वाले श्रद्धालु तीन तरह के कपड़ों में नारियल बांधकर अपनी अर्जी लगाते हैं। तीनों कपड़ों का संबंध अलग-अलग समस्याओं से होता है। भक्त की जैसी समस्या होती है उस तरह के कपड़े में नारियल बांधकर भगवान बालाजी के चरणों में अर्जी लगाता है। इसके बाद बागेश्वर धाम सरकार दिव्य दरबार में समस्या का समाधान बताते हैं। लाल, पीले और काले रंग के कपड़ों में ही नारियल बांधे जाते हैं।
लाल कपड़े में नारियल का क्या संबंध
अगर किसी भक्त की समस्या सामान्य है तो वो लाल रंग के कपड़े में नारियल बांधकर चढ़ाता है। नौकरी, संपत्ति विवाद, कोर्ट-कचेहरी और पारिवारिक विवाद की समस्या लेकर आने वाले भक्त लाल रंग के कपड़े में नारियल बांधकर बालाजी के सामने अपनी अर्जी लगाते हैं।
पीले रंगे के कपड़े में कौन सी अर्जी
लाल रंग के बाद भक्त यहां पीले रंग के कपड़े में अर्जी लगाते हैं। अगर किसी भक्त की समस्या शादी से जुटी है तो वो भक्त यहां पीले रंग के कपड़े में नारियल बांधकर मंदर में अपनी अर्जी लगाते हैं। खुद की शादी हो या फिर परिवार के किसी सदस्य की शादी से संबंधित अर्जी है तो श्रद्धालु इस कपड़े का उपयोग करते हैं।
काले रंग के कपड़े में अर्जी
बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने का तीसरा कपड़ा है काला। अगर किसी भक्त की समस्या भूत-प्रेत या भौतिक बाधा से जुड़ी है तो यहां काले रंग के कपड़े में बांधकर नारियल चढ़ाया जाता है। बता दें कि बागेश्वर धाम सरकार लोगों की समस्या सुनने से पहले ही उसे पर्ची पर लिखकर बता देते हैं।
सपने में मिलती है अर्जी स्वीकार होने की जानकारी
जिस भक्त ने बागेश्वर धाम में अपनी अर्जी लगाई है उसकी अर्जी स्वीकार हुई या नहीं इसकी जानकारी सपने से मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि अर्जी लगाने वाले की अर्जी अगर बालाजी स्वीकार करते हैं तो सपने में उसे या उसके परिवार के किसी सदस्य को बंदर दिखाई देता है। सपने में बंदर दिखने का अर्थ होता है कि आपकी अर्जी बागेश्वर धाम में लग गई है।