सोलन मोहन पार्क के समीप करीबन 20 वर्ष पहले नगर परिषद द्वारा एक भवन बनाया गया था | इस भवन का निर्माण इस लिए किया गया था ताकि इसमें गरीब लोगों को रैन बसेरा की तरह सस्ते किराए के कमरे मिल सके | इसको लेकर टेंडर किया गया | टेंडर बाहरी राज्य के व्यक्ति ने ले लिया | उसने रैनबसेरा की बजाए इस भवन में शिक्षण संस्थान खोलने का प्रयास किया और भवन की दीवारों को तोड़ कर कई बदलाव कर दिए | उसके बाद कुछ विवादों के चलते इस भवन के मालिक ने मासिक किराया देना बंद कर दिया | नगर परिषद इसके खिलाफ कोर्ट में गई और मामला कई वर्षों तक न्यायालय में विचाराधीन रहा | पिछले वर्ष नगर परिषद ने न्यायालय से इस मामले में जीत हासिल कर ली और सामित्व वापिस हासिल कर लिया | हैरानी वाली बात यह है कि इस भवन का किराया जो कि लाखों में है वह अभी तक बकाया है लेकिन नगर परिषद के अधिकारियों ने न जाने क्यों अभी तक उस ठेकेदार व्यक्ति से इस किराए की मांग नहीं की है | जिसे देख कर ऐसा लगता है कि ज़रूर इस कार्य में कोई मिली भगत हो सकती है | अब सोलन नगर परिषद नगर निगम बन चुकी है | इस नगर निगम को यह खंडहर रूपी भवन विरासत में मिला है देखना होगा की अब इस भवन का जीणोर्धार होगा या नहीं |
जब इस बारे नगर निगम के कमिश्नर एल आर वर्मा से पुछा गया तो उन्होंने कहा कि यह भवन विवादित रहा है | लेकिन अब इस मामले में नगर निगम जीत चुकी है | इस भवन का उपयोग भविष्य में कैसे किया जा सकता है | इस बारे में नगर निगम के प्रतिनिधियों से बैठक में चर्चा की जाएगी | उन्होंने कहा कि अगर ठेकेदार ने किराया नहीं दिया है तो इसे वसूल करने के लिए आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी |
वहीँ आज से कई वर्ष पहले जब यह भवन बना था तब कुलभूषण गुप्ता पार्षद रहे रहे तो और इस भवन के निर्माण में अपनाई जा रही अनियमितताओं को भी उनके द्वारा उजागर किया गया है | इस बार नगर निगम में भी वह पार्षद है | उन्होंने कहा कि उनके वार्ड में यह भवन है और आज उसकी जर्जर हालत हो चुकी है | जिसे दरुस्त करना उनकी प्राथमिकता रहेगी | उन्होंने कहा कि अगर किसी भी अधिकारी की इस में लापरवाही नज़र आती है तो वह उसके खिलाफ सख्त कार्रवाही अमल में लाएंगे दोषियों को किसी भी हालत में बक्शा नहीं जाएगा |
2021-06-01