पौधों का कितना ध्यान रखना होता है, यह तो वहीं जान सकता है जिसे Gardening का शौक है. पौधों की ग्रोथ के लिए उन्हें हरा-भरा रखने के लिए हम अक्सर महंगे से महंगा Fertilizer यूज़ करते है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके Kitchen से जो भी कचरा (Waste) निकलता है, उससे भी आप आसानी से खाद बना सकते हैं. लेकिन कैसे, (How To Make Compost From Kitchen Waste) आइए जानते हैं.
1. मौसम्बी के छिलके
मोसम्बी और संतरे के छिलकों को खाद बनने में अधिक समय लगता है. खट्टे फल होने के नाते, उनकी खाद पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम का एक उत्कृष्ट स्रोत बनती है. इनके के छिलकों को छोटे टुकड़ों में तोड़ दें, और खाद के ढेर में मिलाकर कुछ दिन के लिए रख दें. इसके बाद अच्छा कंपोस्ट तैयार हो जाएगा, जो कि आपके गार्डन के सभी पौधों के लिए लाभकारी हो सकता है.
2. प्याज-लहसून के छिलके
प्याज और लहसुन के छिलकों का इस्तेमाल खाद के रूप में भी किया जा सकता है. इसका इस्तेमाल करने के लिए प्याज और लहसुन के छिलकों को कुछ समय तक जमा करके रखें. इसके बाद जब इसमें से सड़न की बदबू आने लगे तो इसे मिट्टी में मिक्स करके पौधे लगाएं. इसके अच्छे परिणाम मिल सकते हैं.
3. कोकोपीट
कोकोपीट बनाने के लिए नारियल के छिलके को बड़ी सी बाल्टी में, या फिर मिट्टी के बर्तन में भरकर रख दें. इसके बाद नारियल के छिलकों को पानी से भर दें. 3 महीने तक आपको इसे ऐसे ही स्टोर करना है. ध्यान रखें कि इसमें पानी दिन पर दिन कम होता जाएगा, ऐसे में आप बीच-बीच में इसे पानी से भरते रहें.
3 महीने के अंदर यह डीकंपोस्ट होना शुरू हो जाएगा. अब आप इसे 3 महीने बाद बाहर निकालेंगी तो नारियल की जटा ब्राउन से ब्लैक नजर आएंगी. अब बाहर धूप में रख दें, और एक-एक कर सभी नारियल के जटा से रेशे निकालती जाएं. इसका रेशे और बुरादा दोनों ही आसानी से निकल जाएंगे और आप ऐसे ही पौधों में इस्तेमाल कर सकते है.
4. खीरे के छिलके
खीरे के छिलके के साथ मिट्टी और गोबर मिलाकर कुछ दिनों के लिए छोड़ दें. इसमें आप अमोनिया पाउडर, और बेकिंग सोडा भी डाल सकते हैं. उसकी मात्रा वैसी ही होगी जैसे आपने कॉम्पोस्ट की मात्रा रखी है, ये एक दो चम्मच से आधी कटोरी, या आधे पैकेट तक कुछ भी हो सकता है. ये कम से कम 20 दिन बाद इस्तेमाल के लायक होगा. जिसे आप पौधों मे यूज कर सकती है.
5. अखरोट के छिलके
इसके लिए आपको एक कटोरी में एल्युमीनियम फॉइल लगाकर उसमें अखरोट के छिलके डालना होगा. इन छिलकों को डालने के बाद उसमें 1 टेबलस्पून एल्कोहल डालें. उसके बाद इन छिलकों में आग लगा दें. जब यह छिलके पूरी तरह से जलकर राख में तब्दील हो जाएं तब इन्हें ठंडा होने दें और कुछ देर बाद इन्हें क्रश कर लें. पौधों के लिए हर्बल और ऑर्गेनिक खाद तैयार है.
6. आलू के छिलके
आलू ऐसी सब्जी है जो 12 महीनें ही आसानी से मिल जाती है, और घरों में सबसे ज्यादा बनाई जाती है, आलू के छिलके से भी खाद बनाई जा सकती है. सबसे पहलेएक कंटेनर में करीब एक मुट्ठी आलू के छिलके लें. अब इसमें 1 लीटर पानी मिलाएं. इसके बाद कंटेनर बंद कर दें. अब हर 24 घंटे पर कंटेनर खोलें और एक चम्मच से इस घोल को अच्छी तरह से मिलाए. फिर तीन से चार दिन बाद इसे छन्नी से छान लें. अब छाने गए पानी में बराबर मात्रा में सादा पानी मिलाएं. इसके बाद पौधों में देने के लिए, कंपोस्ट पूरी तरह से तैयार है.
7. चायपत्ती
चाय लगभग सभी भारतीय घरों में आसानी से उपलब्ध होती है, इसलिए आप इसका उपयोग जैविक खाद के रूप में आसानी से कर सकते हैं. चाय में साइट्रिक और टैनिक एसिड होता है जो कि मिट्टी के पीएच स्तर को बनाए रखने में मदद करता है. इसके साथ ही आप ताजी चाय की पत्तियों को पानी में भिगोकर, उस पानी को खाद के रूप में पौधों पर उपयोग कर सकते हैं.
8. कॉफी
कॉफी से बनी खाद में पौधों के लिए आवश्यक नाइट्रोजन के साथ-साथ मिट्टी की अम्लीयता (Acidity) बनाए रखने की क्षमता होती है, और यह उर्वरक हर रसोई में उपलब्ध भी होता है. खाद के रूप में इसका उपयोग करने के लिए आप कॉफ़ी पाउडर को पानी में घोल लें, और फिर पौधों में डालने के लिए इसका उपयोग करें. इसके अतिरिक्त आप कॉफ़ी के बीजों का इस्तेमाल भी खाद के रूप में कर सकते हैं.
9. केले के छिलके
फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर केले के छिलके आपके पौधों को मजबूत बनाने, पौधों को फलने और उन्हें बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं. केले के छिलके को मिट्टी में मिलाने के लिए आप दो तरीके अपना सकते हैं. पहला आप छिलकों को गहरी मिट्टी में लगा सकते हैं. दूसरा छिलकों को 3-4 दिनों के लिए ताजे पानी में भिगो लें और अब छिलके डले हुए पानी का पौधों पर छिड़काव करें.
10. अंडे के छिलके
अंडों के छिलकों में पाया जाने वाला कैल्शियम पौधों को एक मजबूत कोशिका संरचना बनाने में मदद करता है. अंडे के छिलकों का उपयोग करने के लिए आप छिलकों को अच्छी तरह से साफ कर लें और उन्हें अच्छी तरह से कुचल दें. अब कुचले हुए छिलकों को मिट्टी की ऊपरी परत पर समान रूप से फैलाएं. ये स्वतः ही मिट्टी में अवशोषित हो जाते हैं.
11. चावल का पानी
चावल के मांड को इकट्टा करते जाएं और बड़ी मात्रा में जमा हो जाए तो खेत में डाल दें. इसमें बड़ी मात्रा में स्टार्च और एनपीके होता है जो नेचुरल खाद का खास हिस्सा हैं. मांड में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैसियम भी होता है जिससे पौधों को पर्याप्त पोषण मिलता है.