छठ पूजा पर कैसे देते हैं सूर्य को अर्घ्य? जानें विधि और मंत्र

Chhath Puja 2022 Surya Arghya Vidhi And Mantra: सनातन धर्म में छठ पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. इसमें सूर्य देव की पूजा कर उन्हें अर्घ्य दिया जाते है. मान्यता है कि यदि पूरे विधि-विधान और नियमों के साथ छठ माता और सूर्य देव की पूजा की जाती है तो व्यक्ति के जीवन में खुशहाली बनी रहती है. छठ पूजा देश भर में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस बार छठ पूजा 30 और 31 अक्टूबर 2022 को मनाई जा रही है. भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं सूर्य देव को अर्घ्य देने की सही विधि.

छठ पूजा में जो महिलाएं व्रत रखती हैं उन्हें पूरी श्रद्धा भाव से सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भक्त छठ के दिन शाम और सुबह के समय सूर्य देव को अर्घ्य देता है, उसकी पूजा छठ माता प्रसन्न होकर स्वीकार करती हैं.

इस विधि से दें सूर्य देव को अर्घ्य

  • सूर्य पूजा के समय कोरे और बिना सिले कपड़े पहनें.

  • छठ पूजा में महिलाओं को सूती साड़ी पहननी चाहिए और पुरुषों को धोती पहनने की सलाह दी जाती है.

  • छठ पूजा में शुद्धता और स्वच्छता का ध्यान रखना विशेष जरूरी है.

  • छठ पूजा के दिन सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए सर्वोत्तम पात्र तांबे का कलश माना गया है. तांबे के कलश से अर्घ्य देना लाभदायक होता है.

  • सूर्य को अर्घ्य देते समय सूर्य देव को सीधे नहीं देखना चाहिए. गिरते हुए जल की धारा को देखकर सूर्य को अर्घ्य दें और मन ही मन अपनी इच्छा से कामना करें.

  •  छठ पूजा के बाद भी सूर्य देव को नियमित रूप से प्रतिदिन जल अर्पित करें. इससे आपके सूर्य दोष दूर हो जाते हैं.

इन मंत्रों का करें उच्चारण

छठ महापर्व पर सूर्य देव की पूजा के साथ सूर्य के इन विशेष मंत्रों का जाप करने से आपके समृद्धि के मार्ग खुलेंगे.

ऊँ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते।
अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:।।

ऊँ सूर्याय नम:, ऊँ आदित्याय नम:, ऊँ नमो भास्कराय नम:। अर्घ्य समर्पयामि।।

संध्याकाल और उषाकाल का अर्घ्य
इस साल छठ पूजा का संध्याकाल का अर्घ्य 30 अक्टूबर को सूर्यास्त के समय और उषाकाल का अर्घ्य 31 अक्टूबर को सूर्योदय के समय दिया जाएगा.