साइकिलिंग के शौकीन आईएएस संदीप कुमार अपने जुनून के दौरान नए-नए आयाम स्थापित कर चुके हैं। वह प्रदेश के अति दुर्गम स्थानों पर साइकिलिंग कर चुके हैं। इस बार उन्होंने ऐतिहासिक धरोहरों को जोड़ने वाले पोंग सर्किट की दो दिवसीय यात्रा अपने सहयोगियों सहित पूर्ण की। उन्होंने अपने साथी साइकिल जसप्रीत, जगतार, राजेंद्र मनन व जसवीर सहित नादौन के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब से साइकिलिंग आरंभ की।
इस दौरान गुरुद्वारा के ग्रंथी बाबा सिमरजीत सिंह ने गुरुद्वारा के ऐतिहासिक महत्व की जानकारी दी। इसके बाद वे यहां से 10 किलोमीटर दूर पांडवों द्वारा निर्मित ऐतिहासिक चौमुखा महादेव मंदिर मार्ग पहुंचे। यहां का महत्व बताने के बाद वह प्रसिद्ध कालेश्वर महादेव मंदिर होते हुए हेरिटेज विलेज गरली पहुंचे। जहां के ऐतिहासिक महत्व के बारे में उन्होंने जानकारी दी। शाम के समय वह पोंग झील पहुंचे और झील के अंदर बने आइलैंड घूमने के बाद वापस पोंग झील किनारे पहुंचे। दूसरे दिन अपने घर पहुंच कर उन्होंने साइकिल यात्रा का समापन किया।
आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान संदीप कुमार मनाली के हिडिंबा मंदिर से कारगिल द्रास पहुंचकर झंडा फहरा चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 573 किलोमीटर की कठिन यात्रा अति दुर्गम स्थानों से होते हुए साइकिल से की थी। 7 दिन में वह द्रास पहुंचे। इस दौरान उन्होंने 8200 मीटर तक की ऊंची चोटियों को भी पार किया है। 14 अगस्त को आरंभ अपनी यात्रा में वह अन्य पांच सहयोगियों सहित जिस्पा, शिंकुला पास, गेंबो रग्जन, जसकर बैली, रंगडूम, शेंकू होते हुए द्रास पहुंचे थे। संदीप कुमार नादौन ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है।